सीबीएसई शैक्षणिक सत्र 2026-27 से 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित करेगा। मसौदा जल्द ही लोगों के सुझावों के लिए जारी किया जाएगा। वहीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए कई और बदलाव करेगा। बोर्ड परीक्षा की अवधि को घटाकर दो हफ्ते से भी कम किया जा सकता है। फिलहाल सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षा का टाइमटेबल इस तरह तैयार करता है कि छात्र द्वारा चुने गए दो विषयों की परीक्षा एक ही दिन न पड़े। 10वीं की परीक्षा एक महीने तक चलती है, जिसमें कई बार दो पेपरों के बीच तीन से 10 दिन का अंतर भी होता है।
अगर 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार होगी तो एक पेपर से दूसरे पेपर के बीच का अंतर भी कम हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसका मतलब यह हो सकता है कि परीक्षाएं एक हफ्ते या 10 दिन की अवधि में सिमट जाएंगी। हाल ही में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में सीबीएसई, केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) और एनसीईआरटी के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के मुद्दे पर चर्चा की गई।
शिक्षा मंत्रालय ने बोर्डों से एक मसौदा योजना साझा करने को कहा है। मसौदा जारी होने के बाद सुझावों के लिए इसे सार्वजनिक किया जाएगा। अंतिम योजना तैयार करने से पहले सुझावों पर विचार किया जाएगा। शुरुआत में, केंद्र सरकार सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के कक्षा 10 के छात्रों के लिए केवल दो बोर्ड परीक्षाएं शुरू करना चाहती है। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि कक्षा 12 के छात्रों के लिए इसे कब शुरू किया जाए, इस पर निर्णय केवल कक्षा 10 के छात्रों के लिए दो परीक्षाएं आयोजित करने के अनुभव के आधार पर लिया जाएगा।