उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा के लिए आज आये नतीजों और रुझानों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए एक बड़ी बढ़त कहा जा सकता है, इन सीटों में भाजपा सात सीटों पर जीत दर्ज करने को तैयार है। 2024 के लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद उत्तर प्रदेश में उपचुनाव योगी आदित्यनाथ और भाजपा के लिए एक बड़ा बदलाव है। 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 37 सीटें जीतीं, जबकि भारत ब्लॉक ने 43 सीटों पर जीत हासिल की। इन 43 सीटों में से सपा ने 37 और कांग्रेस ने 6 सीटें जीतीं।
2024 के आम चुनाव में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद से, आदित्यनाथ ने उपचुनावों के लिए नौ विधानसभा सीटों पर पार्टी के समर्थन आधार को फिर से बनाने पर अपनी ऊर्जा केंद्रित की। उपचुनाव वाली नौ विधानसभा सीटों में से आठ उनके विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हो गई थीं। नौवीं, सीसामऊ, अपने विधायक की अयोग्यता के बाद खाली हुई थी।
सपा के इस गढ़ में अखिलेश यादव के चचेरे भाई तेज प्रताप यादव अपने परिवार के लिए सीट बरकरार रखी है. पूरे 32 दौर की काउंटिंग के बाद तेज़ प्रताप 14 हज़ार से ज़्यादा मतों से आगे थे, हालाँकि अभी नतीजे की घोषणा चुनाव आयोग की तरफ से नहीं की गयी है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी को सीसामऊ (कानपुर नगर) की सीट पर कामयाबी हासिल हुई है, यहाँ से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की अयोग्यता के बाद चुनाव मैदान में उतरी उनकी पत्नी नसीम सोलंकी ने साइकिल पर सवार होकर भाजपा के सुरेश अवस्थी को 5 हज़ार से ज़्यादा वोटों से हरा दिया है.
कुंदरकी (मुरादाबाद), फूलपुर (प्रयागराज), कटेहरी (अंबेडकरनगर), मझावन (मिर्जापुर) और खैर (अलीगढ़), गाज़ियाबाद और मझावन सीट पर भाजपा प्रत्याशी लगातार बढ़त बनाये हुए हैं वहीँ मीरापुर (मुजफ्फरनगर) से भाजपा की सहयोगी रालोद ने जीत की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं. इस तरह उत्तर प्रदेश में NDA का 9 में सात जीतों पर जीत हासिल करना निश्चित ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ी राहत की बात कही जाएगी.