आज अक्टूबर के पहले दिन सरकार ने एलपीजी सिलेंडर के दामों में कमी करके देशवासियों को काफी राहत प्रदान की है। हालांकि एलपीजी सिलेंडर के दामों में यह कमी कामर्शियल सिले।डरों में की गई है। बता दें कि इस समय दुनिया भर में प्राकृतिक गैस की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन इस बढ़ोत्तरी के बीच आज सरकार ने एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए आज अक्टूबर के पहले दिन यानी शनिवार सुबह राहत प्रदान की है। सरकार ने कमर्शियल सिलेंडर के दामों में आज कटौती की है। यह कटौती 25.5 रुपये की गई है। बता दें कि वैश्विक स्तर पर छाए संकट के बीच गैस की कीमतों के बीच रिकॉर्ड स्तर पर 40 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम योजना और विश्लेषण प्रकोष्ठ के आदेश के मुताबिक पुराने क्षेत्रों से उत्पादित गैस के लिए भुगतान की दर, जो देश में उत्पादित गैस का लगभग दो-तिहाई है। उसे मौजूदा 6.1 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर अब 8.57 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर दिया है। इसका असर अब साफ तौर पर सीएनजी और पीएनजी उपभोक्ताओं पर दिखेगा।
सरकार हर छह महीने में एक अप्रैल और एक अक्टूबर को गैस की कीमत तय करती है। जो अमेरिका, कनाडा और रूस जैसे गैस सरप्लस देशों में एक साल में एक चौथाई के अंतराल के साथ जारी दरों के आधार पर तय की जाती है। इसलिए एक अक्टूबर से 31 मार्च की कीमत जुलाई 2021 से जून 2022 तक की औसत कीमत पर आधारित होती है। चूंकि गैस की उच्च कीमतें संभावित रूप से मुद्रास्फीति को ओर बढ़ा सकती हैं। जो कि पिछले आठ महीनों से आरबीआई के लिए काफी राहत बनी हुई है। सरकार ने मूल्य निर्धारण फार्मूले की समीक्षा के लिए ही एक समिति का गठन कर दिया है। योजना आयोग के पूर्व सदस्य किरीट एस पारिख इसके अध्यक्ष बनाए गए हैं। पारिख की अध्यक्षता वाली समिति को सितंबर के अंत तक अंतिम उपभोक्ता को उचित मूल्य का सुझाव देने के लिए कहा गया था। लेकिन इस रिपोर्ट में अब देरी हो रही है।