नई दिल्ली: नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 10 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज करेगी. उन्होंने कहा कि भारत की वृद्धि काफी मजबूत है और विनिवेश का माहौल बेहतर हुआ है.
कुमार ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में प्रवेश के साथ ही आर्थिक गतिविधियां बेहतर होंगी. विभिन्न उदाहरण मसलन आवागमन आदि में तेजी इसी का संकेत दे रहे हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस महामारी का बुरा असर पड़ा है और दूसरी लहर की वजह से अर्थव्यवस्था की रिकवरी पर असर हुआ है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने भरोसा जताया कि अर्थव्यवस्था की रिकवरी काफी मजबूत है और जिन एजेंसियों या संगठनों ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान को घटा दिया था, उन्हें संभवत: इसे संशोधित कर अब बढ़ाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था दो संख्या में (दस फीसदी या उससे ज्यादा की) वृद्धि दर्ज करेगी.
बीते वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.3 फीसदी की गिरावट आई है. रेटिंग एजेंसियों में S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को 11 से घटाकर 9.5 फीसदी कर दिया है. फिच रेटिंग्स ने भी वृद्धि दर के अनुमान को 12.8 से घटाकर 10 फीसदी कर दिया है.