Chhath Pooja Festival: इस समय त्योहारों के मौसम में व्यापार में चारों ओर चमक बिखरी हुई है। दिवाली के बाद अब छठ पूजा पर जमकर कारोबार हुआ है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के आंकड़ों के अनुसार बीते चार दिन में छठ पूजा पर देश भर में 8 हजार रुपए से अधिक का कारोबार हुआ है। इस दौरान फल, कपड़े, सब्ज़ी,फूल,साड़ियों एवं मिट्टी के चूल्हे का कारोबार बड़े पैमाने पर हुआ है।
बता दें कि 17 नवंबर को नहाय-खाय से शुरू होकर तथा आज 20 नवम्बर तक चलने वाले चार दिवसीय छठ पूजा महोत्सव के दौरान देश के बिहार एवं झारखंड Bihar and Jharkhand during Chhath Puja के अलावा अन्य राज्यों में भी लोगों ने बेहद उत्साह एवं उमंग के साथ छठ पूजा पर्व मनाया। एक अनुमान के अनुसार विभिन्न राज्यों के रिटेल बाज़ारों से लगभग 8 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के सामान की खरीदी की गई है।
ये है व्यापार का गणित
एक रिपोर्ट के अनुसार देश भर में 20 करोड़ से अधिक लोग Chhath Pooja पर्व मना रहे हैं। इनमें स्त्री, पुरुष के अलावा युवा और बच्चे शामिल हैं। कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(कैट) जो इस साल हर त्यौहार के बिक्री के आँकड़े जारी कर रहा है। ने छठ पूजा की बिक्री के आँकड़े जारी करते हुए कहा कि छठ पूजा भारत की लोक संस्कृति का सबसे बड़ा त्यौहार है जो नहाय खाय से शुरू होकर चार दिनों में पारण पर खत्म् होता है।
छठ पर्व पर चीजों की जोरदार बिक्री
भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया कि छठ पूजा के लिए जहां फल एवं फूल तथा सब्ज़ी की बिक्री हुई। वहीं साड़ियाँ, वस्त्र, श्रृंगार वस्तुएँ, गारमेंट, खाद्यान, चावल, आटा, दालें, खाद्यान वस्तुएँ, सुपारी, सिंदूर, छोटी इलायची एवं सहित पूजा का सामान, नारियल, आम लकड़ी, मिट्टी चूल्हे, देसी घी सहित अन्य सामान की बिक्री हुई। छठ पूजा का व्रत महिलाएं अपनी संतान और पति की लंबी आयु और स्वास्थ्य की कामना को लेकर करती हैं।
यह भी है मान्यता
छठ पूजा में लंबा सिंदूर पति के लिए शुभ होता है। छठ पूजा के दौरान महिलाएं नाक से मांग तक सिंदूर लगाती हैं। ऐसा मानते हैं महिलाएं जितना लंबा सिंदूर लगाती हैं उनके पति की आयु लंबी होती है। छठ पूजा के बाद अब त्यौहारों की श्रृंखला 23 नवम्बर को समाप्त होगी। इस दिन देश भर में तुलसी विवाह बड़े पैमाने पर मनाया जायेगा और उसी दिन से देश में शादियों का सीजन भी शुरू हो जाएगा।
डूबते सूरज की होती है पूजा
भारत की संस्कृत एवं सभ्यता ही है कि जहां छठ पूजा के दौरान उगते सूर्य के साथ पहले डूबते सूर्य की पूजा होती है। जो इस बात को दर्शाता है कि उगते के साथ तो सब होते हैं लेकिन भारत के लोग डूबते का सहारा बनते हैं। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि बिहार एवं झारखंड के अलावा यह त्यौहार पूर्वी उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश में ज़ोर शोर से मनाया जाता है। इन सभी राज्यों में बिहार के लोग बड़ी संख्या में काम करते हुए अपनी आजीविका अर्जित करते हैं।