Budget 2023-24: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक ‘उज्ज्वल सितारे’ के रूप में मान्यता दी है, जिसके चालू वर्ष में 7% बढ़ने की उम्मीद है – जोकि सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है।
विकास को गति? इस प्रश्न का एक पंक्ति का उत्तर है: व्यापक आर्थिक स्थिरता की रक्षा करना और व्यय की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करना। इसे रखने का दूसरा तरीका यह है कि बजट में आर्थिक विकास को तत्काल (और कृत्रिम) बढ़ावा देने की जरुरत नहीं है।
इस उत्तर का संदर्भ यह है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के वैसे भी 2022-23 की तुलना में 2023-24 में धीमा होने की उम्मीद है। 2022-23 में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि 7% की उम्मीद है और आर्थिक सर्वेक्षण ने 2023-24 के लिए आधारभूत सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि 6.5% होने का अनुमान लगाया है। विकास में नरमी की इस कहानी के पलट यह है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा और यह 6% की अपनी मध्यम अवधि की संभावित विकास दर (IMF अनुमान) के अनुरूप प्रदर्शन करेगा। शायद इसने सरकार को आश्वस्त किया कि भारतीय अर्थव्यवस्था की दीर्घकालिक संभावनाओं को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है सार्वजनिक निवेश को पंप प्राइमिंग द्वारा निजी निवेश में इक्खट्टा करना है।