बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को आरोप लगाया कि जब देश में करोड़ों लोग महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं, तब भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने और विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच मुफ्त उपहारों की घोषणा करने में व्यस्त हैं।
मायावती ने सोमवार को यहां एक बयान में कहा कि इन दोनों पार्टियों द्वारा जनता से किए गए वादों को ईमानदारी से पूरा नहीं किया जा रहा है और ये वादे केवल लोगों को गुमराह करने के लिए किए जाते हैं। इसके अलावा सरकार बनने के बाद नेता इसे भूल जाते हैं। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यही कारण है कि कांग्रेस सरकारों पर वादाखिलाफी का आरोप लग रहा है, खासकर हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में।
मायावती ने कहा, ‘‘यूपी समेत विभिन्न राज्यों में सरकार बनाने के बाद भाजपा ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए ‘जुगाड़ की राजनीति’ में लिप्त है।’’ उन्होंने कहा कि बसपा चुनाव के दौरान लोगों को गुमराह करने के लिए कोई घोषणापत्र जारी नहीं करती है। बल्कि करोड़ों गरीब, उत्पीड़ित और बेरोजगार लोगों के लिए ईमानदारी से काम करती है।
मायावती ने कहा कि ‘आज करोड़ों लोगों का जीवन व्यापक गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, स्वच्छ पानी और कानून व्यवस्था जैसी बुनियादी जरूरतों से जूझ रहा है। भाजपा और कांग्रेस की सरकारें महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा आम चुनावों के मद्देनजर मुफ्तखोरी और वादों की घोषणा करने में व्यस्त हैं।’ उन्होंने दावा किया कि आम लोगों को रोजगार की सख्त जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि यूपी में उनकी सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए रोजगार की संख्या सपा और भाजपा सरकारों द्वारा अब तक दिए गए संयुक्त रोजगार से भी अधिक है।