भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को पहली बार सांसद बानी अभिनेत्री कंगना रनौत की किसानों के विरोध पर की गई टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई और स्पष्ट किया कि उन्हें पार्टी द्वारा नीतिगत मुद्दों पर बयान देने की न तो अनुमति है और न ही उन्हें अधिकृत किया गया है। कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा की लोकसभा सांसद हैं। भाजपा ने आज एक आधिकारिक बयान जारी करके कहा कि किसानों के आंदोलन के संदर्भ में भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान पार्टी की राय नहीं है।
बता दें कि एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो में कंगना रनौत ने केंद्र द्वारा लाए गए तीन कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध और बांग्लादेश में अशांति के बीच तुलना करने की कोशिश की। उनका कहना था अगर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा कड़े कदम नहीं उठाए गए होते तो तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा कर सकता था. कंगना आरोप लगाया कि आंदोलन के दौरान दिल्ली की सीमा पर रेप हो रहे थे, हत्याएं हो रही थी.
भाजपा ने अपने बयान में कहा, “कंगना रनौत को पार्टी की ओर से निर्देश दिया गया है कि वह भविष्य में इस तरह का कोई बयान न दें। दरअसल कंगना की ये टिप्पणी भाजपा के लिए हरियाणा चुनाव में बड़ी मुसीबत बन सकती है, कांग्रेस पार्टी ने कंगना के बयान को लेकर मोदी सरकार को घेरा है. न सिर्फ किसानों को लेकर कही गयी बातों पर बल्कि उस बयान पर भी जिसमें कंगना ने कहा कि अमरीका और चीन देश में अस्थिरता फैला रहे हैं. कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कंगना के बयान से लगता है कि मोदी सरकार इतनी कमज़ोर हो गयी है कि विदेशी ताकतें साज़िश रचने लगी हैं.
वैसे यह कोई पहली बार नहीं है जब कंगना रनौत ने अपनी टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा किया है। उनके अनगिनत ऐसे बयान मिल जायेंगे जो बेहद विवादित और अल्पज्ञान वाले रहे हैं. सांसद बनने से पहले कंगना के बयानों को एक मज़ाक की तरह लिया जाता था लेकिन अब उनके बयानों प्रधानमंत्री मोदी को घेरा जाता है क्योंकि अब वो भाजपा की सांसद हैं।