उत्तर प्रदेश के हाथरस में कुछ दिन पहले धार्मिक आयोजन के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गयी थी, ये धार्मिक आयोजन स्वयंभू संत नारायण साकर हरि का था जिन्हें सुनने के लिए भारी संख्या में उनके अनुयायी वहां पर पहुंचे थे और भोले बाबा के चरणों की धूल पाने के चक्कर में एक दूसरे को कुचलने लगे जिसकी वजह से इतनी मौतें हुईं, अब स्वयंभू संत नारायण साकर हरिउर्फ़ भोले बाबा का एक शॉकिंग बयान सामने आया है, उनके बयान से लगता है कि उन्हें इन मौतों पर कोई अफ़सोस नहीं हैं. भोले बाबा ने बुधवार को कहा कि इस संसार में जो भी आया है उसे एक दिन जाना ही है.
भोले बाबा की इतनी असंवेदशील टिप्पणी मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई, उनका ये कहना कि होनी को कौन टाल सकता है, सोशल मीडिया पर बहस चल रही है. नारायण साकर हरि ने अपने ट्रस्ट के समिति सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने उनसे पीड़ितों का समर्थन करने का आग्रह किया है। उन्होंने आगे बताया कि वे फिलहाल चिकित्सकीय सलाह पर अपने पैतृक स्थान पर रह रहे हैं।
इससे पहले स्वयंभू संत नारायण साकर हरि ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया था और अपील की थी कि सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें। उनके वकील ने आश्वासन दिया कि हरि और उनका ट्रस्ट जांच में पूरा सहयोग करेगा और मृतकों के परिवारों का समर्थन करेगा और उनके परिवार के सदस्यों की शिक्षा, स्वास्थ्य और शादियों का खर्च उठाएगा।