दैनिक दिनचर्या बनाए रखना, ब्रश करने की उचित तकनीक का पालन करना और आयुर्वेदिक समाधानों को शामिल करने से दीर्घकालिक दंत स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सकता है
दिल्ली: शरीर के स्वास्थ्य के लिए मुंह का स्वस्थ रहना बेहद ज़रूरी है। इस डेंटिस्ट दिवस के मौके पर हम आपके लिए लेकर आए हैं विशेषज्ञ का सुझाव जो आपको बताएंगे कि किस तरह आप अपने मुंह की देखभाल कर अपनी मुसकान को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखते हैं। पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री में जानी-मानी विशेषज्ञ डॉ सोनिया दत्ता के पास 27 सालों का अनुभव है। उनका कहना है कि रोज़मर्रा में मुंह की सही देखभाल करने से दांत मजबूत बने रहते हैं। वहीं ओरल हाइजीन का ख्याल न रखना दिल की बीमारियों और डायबिटीज़ तक का कारण बन सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि हम रोज़मर्रा में मुंह की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें, इसके लिए अच्छी आदतें अपनाएं।
मजबूत दातों के लिए अपनाएं अच्छी दिनचर्या
डॉ सोनिया दत्ता का सुझाव है कि दांतों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए रोज़ाना मुंह की देखभाल ठीक से करनी चाहिएः
o दिन में दो बार ब्रश करें: क्लिनिकली टेस्टेड टूथपेस्ट जैसे डाबर रैड पेस्ट के इस्तेमाल से दांतों से प्लॉक हटाने और इनेमल को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। यह मुंंह से बैक्टीरिया को दूर करने में भी कारगर है।
o एंटीबैक्टीरियल माउथवॉश का इस्तेमाल करें- आयुर्वेदिक अवयवों जैसे पुदीना एवं लौंग से बना माउथवॉश मुंह से बैक्टीरिया को दूर कर सांसों को तरोताज़ा करता है।
o हाइड्रेटेड बने रहें- दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, इससे भोजन के कण मुंह में नहीं रूकेंगे, लार बनने में मदद मिलेगी और दांत प्राकृतिक रूप से स्वस्थ बने रहेंगे।
ब्रशिंग का सही तरीका अपनाएं।
ब्रश करना ओरल हाइजीन को बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है, लेकिन आप आप ठीक तरीके से ब्रश नहीं करते हैं, तो दांतों पर प्लॉक जमने लगता है और यहां तक कि इनेमल को भी नुकसान पहुंच सकता है। डेंटिस्ट का सुझाव है कि
o मुलायम दांतों का टूथब्रश इस्तेमाल करें, इससे मसूड़ों को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
o दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें, दांतों की पूरी सतह और जीभ को भी साफ करें।
o हर 3-4 महीने में टूथब्रश बदल दें।
मुंह के स्वास्थ्य में आहार की भूमिका
संतुलित आहार का दांतों के स्वास्थ्य पर सीधा असर होता है। कुछ आहार ऐसे होते हैं जो दांतों को मजबूत बनाते हैं। वहीं कुछ ऐसे आहार भी हैं जो दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं।
क्या खाएं: कैल्शियम से भरपूर आहार जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स, हरी पत्तेदार सब्ज़ियों और बादाम का सेवन करने से दांत मजबूत होते हैं। इसी तरह कुरकुरे फल और सब्ज़ियां जैसे सेब और गाज़र दांतों को प्राकृतिक रूप से साफ करते हैं।
कौनसी चीज़ों का सेवन सीमित मात्रा में करें: चीनी से युक्त स्नैक्स, चिपचिपी कैंडी, कार्बोनेटेड ड्रिंक – ये सभी खाद्य पदार्थ मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। जिससे कैविटी हो सकती है। इसी तरह एसिडिक आहार जैसे सिट्रस फल और सोडा से इनेमल कमज़ोर हो जाती है।
मुंह की प्राकृतिक देखभाल के लिए आयुर्वेदिक अवयवों का अपनाएं
कई डेंटिस्ट्स का मानना है कि आयुर्वेदिक इन्ग्रीडिएन्ट्स ओरल हाइजीन को बनाए रखने में कारगर हैं। इनमें शामिल हैं-
लौंग- लौंग को एंटी-बैक्टीरियल और दर्द में आराम देने वाले गुणों के लिए जाना जाता है। यह मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखने में उपयोगी है।
पुदीना- यह सांसों को तरोताज़ा कर ओरल हाइजीन को बढ़ाने में मदद करता है।
अदरक- अपने एंटी-इन्फ्लामेटरी गुणों के चलते यह मसूड़ों को स्वस्थ बनाता है और मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखने में कारगर है।
समय की कसौटी पर खरे उतरे इन आयुर्वेदिक अवयवों से भरपूर डाबर रैड पेस्ट को इंडियन डेंटल एसोसिएशन से मान्यता प्राप्त है, ऐसे में यह मुंह की देखभाल के लिए भरोसेमंद प्रोडक्ट है।
निष्कर्षः दांतों को मजबूत और मसूड़ों को स्वस्थ बनाने के लिए अपनाएं विशेषज्ञ की सलाह
इस डेंटिस्ट दिवस के अवसर पर आइए शपथ लें कि विशेषज्ञों के सुझावों को अपनाकर अपने मुंह के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगे। रोज़मर्रा में अच्छी आदतों जैसे ब्रश करने के सही तरीके, आयुर्वेदिक समाधानों जैसे डाबर रैड पेस्ट को अपनाकर आप अपने दांतों को लम्बे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। विशेषज्ञ डेंटिस्ट के सुझाव पर भरोसा करें और सालों-साल अपने दातों एवं मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखें।