Uttarakhand News देहरादून में आज एक डॉक्टर ने अपनी कैंसर पीड़ित पत्नी सहित एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में डॉक्टर ने लिखा है कि वह पत्नी के साथ आत्महत्या कर रहे हैं। इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाए। वह जो कर रहे हैं अपनी मर्जी से कर रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल का दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।
देहरादून निवासी डॉ. इंद्रेश शर्मा अपनी पत्नी वर्षा शर्मा और बेटे ईशान शर्मा के साथ सैनिक कॉलोनी में रहते थे। वह बीएएमएस डॉक्टर थे। वो कृष्णा हॉस्पिटल में बतौर ईएमओ कार्यरत थे। पुलिस के मुताबिक बीते 10 साल से उनकी पत्नी वर्षा कैंसर से पीड़ित थीं। वर्षा के इलाज में काफी रुपया खर्च हो रहा था। जिससे डॉक्टर इंद्रेश की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी।
हालात ये थे कि कोरोना काल के बाद डॉक्टर अपने बेटे को कहीं एडमिशन नहीं दिला पाए थे। बताया जा रहा है कि डॉक्टर इंद्रेश ने रात खाना खाने के बाद परिवार के साथ लूडो खेला। इसके बाद उन्होंने सुसाइड नोट लिखा और पत्नी व स्वयं को इंजेक्शन लगा दिया। आज बुधवार सुबह जब माता-पिता बहुत देर तक नहीं उठे तो बेटा ईशान उन्हें उठाने कमरे में गया। जहां पर दोनों मृत पाए गए। मृतक डाक्टर दंपति के पास ही सुसाइट नोट लिखा रखा था।
पत्नी 10 साल से थी कैंसर पीड़ित
बेटे ने 112 पर कॉल कर घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची डॉक्टरों की टीम ने आशंका जताई कि डॉक्टर ने आत्महत्या के लिए एनेस्थीसिया में प्रयोग होने वाले इंजेक्शन का उपयोग किया है। जिसके चलते उनकी मौत हो गई। एसपी अभय सिंह, सीओ वंदना वर्मा, इंस्पेक्टर आईटीआई आशुतोष सिंह ने मौका मुआयना किया।
एसपी अभय सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। मौके से सीरेंज व अन्य सामान बरामद हुआ। डॉक्टर की पत्नी 10 साल से कैंसर से पीड़ित थीं। जिसके चलते उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। दंपत्ति के हाथ व पैर पर सीरेंज के निशान मिले हैं। एक सुसाइड नोट भी मौके से बरामद हुआ है। जिसमें लिखा है कि मैं और मेरी पत्नी स्वेच्छा से आत्महत्या कर रहे हैं। इसके लिए कोई अन्य जिम्मेदार नहीं है। एसपी ने कहा कि डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।