आवाज़ की दुनिया के जादूगर मशहूर रेडियो प्रोग्रामर अमीन सयानी का 91 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनका निधन मंगलवार की रात को हुआ था लेकिन ये खबर लोगों को आज पता चली. बिनाका गीतमाला फेम अमीन सयानी की मौत की खबर सुनकर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी। उनकी आवाज़ के दीवाने करोड़ों में थे। अपनी आवाज़ के दम पर अमीन सयानी ने जो सम्मान अर्जित किया, जो नाम कमाया जो इज़्ज़त हासिल की वो बड़े बड़े कलाकारों को जल्द नसीब नहीं होती।
उनकी बेटी राजिल सायानी के मुताबिक अमीन सयानी को मंगलवार की रात दिल का दौरा पड़ा था, उन्हें तुरंत मुंबई के एचएन रिलायंस अस्पताल ले जाया गया लेकिन पता चला कि अस्पताल पहुँचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। उनका अंतिम संस्कार 22 जनवरी को किया जाएगा। एक रेडियो प्रस्तोता के रूप में अमीन सयानी की ख्याति देश में ही नहीं दुनिया भर में थी. उनका भाइयों और बहनों कहने का अंदाज़ मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता था. उनकी पहचान बिनाका गीतमाला से बनी थी, रेडियो सीलोन से प्रसारित होने वाला ये कार्यक्रम अपने समय का सबसे लोकप्रिय कार्यक्रम हुआ करता था जिसका हमेशा लोगों को इंतज़ार रहता था. बाद में ये लोकप्रिय कार्यक्रम आकाशवाणी के विविध भारती से प्रसारित होने लगा था.
1961 से अपना कैरियर शुरू करने वाले अमीन सायानी ने अपने दौर में 54,000 से ज़्यादा रेडियो शोज़ को अपनी आवाज़ दी. एस कुमार्स का फिल्मी मुकदमा, संगीत के सितारों की महफिल, फिल्मी मुलाकात, बॉर्नविटा क्विज कॉन्टेस्ट, सैरिडों के साथी, शालीमार सुपरलैक जोड़ी, मराठा दरबार जैसे शो में अपनी आवाज़ का जलवा बिखेरा। अंतरराष्ट्रीय शो में मिनी म्यूजिक फॉर मिलियंस, इंसर्शन ऑफ फिल्मस्टार इंटरव्यू, गीतमाला की यादें, वीटी का हंगामा, ये भी चंगा वो भी खूब, हंगामा और संगीत पहेली जैसे कुछ नाम शामिल हैं।