Site icon Buziness Bytes Hindi

Auli Tourist Places : औली घूमने का हैं आपका प्लान तो ये खबर जरूर पढ़ें

Auli Tourist Places :

जोशीमठ- अगर आप इस गर्मी में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो उत्तराखंड के टूरिस्ट डेस्टिनेशन आपके स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है. उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपने खूबसूरत स्लोप के लिए जाने जाने वाला औली आपकी पहली पसंद हो सकता है. आइए आज हम आपको औली और उसके आसपास के खूबसूरत जगह के बारे में बताते हैं जो आपकी छुट्टियों को रोमांच से भर देगा. औली में आप न केवल प्राकृतिक और मनोरम दृश्यों का आनंद ले सकते हैं अपितु यहां से आप कई बड़ी चोटियों की ट्रैकिंग भी कर सकते हैं.

चमोली जिले के जोशीमठ से करीब 20 किलोमीटर दूर औली समुद्र तल से 8200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. औली को स्की का बेस्ट डेस्टिनेशन माना जाता है. जोशीमठ से यहां आप रोपवे या फिर सड़क के द्वारा पहुंच सकते हैं. यहां पर आपको सर्दियों में जहां मखमली बर्फ का आनंद मिलता है तो वहीं गर्मियों में आप मखमली घास वाले बुग्याल के साथ-साथ कई ऐसे का आनंद भी उठा सकते हैं जो होली से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

एशिया का दूसरा बड़ा रोपवे

जोशीमठ से जब हम रोपवे के द्वारा औली तक पहुंचते हैं तो बहुत ही कम लोगों को यह मालूम होगा की 4.15 किलोमीटर लंबा यह रोपवे एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रोपवे है. 10 टावर वाले इस रोपवे की स्पीड देश के दूसरे रूपए की स्पीड से अधिक बताई जाती है. पूरी तरह से खुले रोपवे के सफर के दौरान आपको अद्भुत रोमांच का अनुभव होता है.

औली आए तो यहां जरूर जाएं

होली में आपको कई ऐसी जगह मिलेंगी जो आपके होली के सफर को और अधिक रोमांचित कर देंगे. यहां आपको आर्टिफिशियल झील, छत्रा कुंड, कवारी बुग्याल, सेलधार तपोवन,चिनाब झील, कल्पेश्वर महादेव मंदिर का भी आनंद ले सकते हैं. होली की आर्टिफिशियल लेक बहुत पुरानी झील है. दुनिया की सबसे ऊंची मैन मेड लेक में से एक यह झील कम बर्फबारी के दौरान स्की के ढलानो पर आर्टिफिशियल बर्फ उपलब्ध कराने के लिए बनवाई गई थी. सिद्धार्थ तपोवन में आपको गर्म पानी के झरने देखने को मिलेंगे.

ट्रैकिंग का बेस्ट डेस्टिनेशन

औली में बहुत ही बेहतरीन स्लॉप हैं जहां आप ट्रैकिंग कर सकते हैं. यहां से करीब 2500 से 3000 मीटर तक की पहाड़ियों पर ट्रैकिंग आपके साहसी खेलों के उत्साह को रोमांच से भर देता है. आप औली से नंदा देवी, कामेत, मन पर्वत, दूनागिरी जैसे हिमालय पहाड़ियों में ट्रेकिंग कर सकते हैं. इसके अलावा कई छोटी रेंज की ट्रैकिंग भी यहां उपलब्ध है.

(Images/istock)

Exit mobile version