पंजाब के तरनतारन के एक पुलिस स्टेशन को धमाकों में उड़ाने की कोशिश की गयी है. अमृतसर-बठिंडा हाईवे पर स्थित सरहाली पुलिस स्टेशन पर कल देर रात कुछ बदमाशों ने रॉकेट लॉन्चर से अटैक किया। गनीमत ये रही कि इस हमले के समय थाने में कोई मौजूद नहीं था जिसकी वजह से कोई जनहानि नहीं हुई अलबत्ता थाने की ईमारत को ज़रूर नुक्सान पहुंचा है, हालाँकि यह भी एक सवाल है कि थाने में कोई क्यों मौजूद नहीं था। इस हमले के पीछे खालिस्तान समर्थक अतिवादियों का हाथ बताया जा रहा है.
जान माल का नुकसान नहीं
तरनतारन पुलिस ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि हमला रात करीब 1 बजे हुआ. जानकारी के मुताबिक रॉकेट गेट से टकराया। यह हमला तरनतारन में जन सुविधाओं के लिए बनाए गए सांझ केंद्र की बिल्डिंग पर हुआ. सांझ केंद्र में ज़्यादातर लोग पुलिस वेरिफिकेशन और अन्य विभागीय कामों के लिए आते हैं. इस केंद्र में देर रात स्टाफ मौजूद नहीं रहता, यही वजह है कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है , दिन के वक्त अगर यह हमला हुआ होता तो भारी जानी और माली नुकसान हो सकता था.
ISI समर्थित खालिस्तानी आतंकियों का हाथ
बताया जा रहा ही कि इस हमले के पीछे ISI समर्थित खालिस्तानी आतंकियों का हाथ है, इस हमला को पंजाब में एक्टिव स्लीपर सेलों के जरिए अंजाम दिया गया है. जिस क्षेत्र में यह रॉकेट हमला हुआ है वो आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के पैतृक गांव में है. रिंदा के पहले मरने की जानकारी मिली थी लेकिन बाद में इस खबर को खारिज कर दिया गया था. केंद्रीय एजेंसियां हमले के बाद घटना की जांच में जुट गयी हैं. बता दें कि कुछ समय से पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों की गतिविधियां तेज़ हो गयी हैं, विशेषकर पंजाब में सत्ता बदलने के बाद खालिस्तान समर्थकों के काफी हौसले बढे हैं.