बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने ढाका टेस्ट जीतकर 2-0 से शृंखला अपने नाम कर ली है. भारत की नैया एक समय मझदार में फसी हुई थी और उसके डूबने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन तभी नैया के दोनों सिरों से श्रेयस और अश्विन ने अच्छे से पतवार चलाना शुरू किया और मेहदी हसन मिराज नाम का जो तूफ़ान हलचल मचा रहा था उस तूफ़ान से निकलते हुए नैया को किनारे तक सुरक्षित ले आये. श्रेयस ने जहां धैर्य और संयम का परिचय दिया वहीँ रविचंद्रन अश्विन ने अपनी आलराउंड क्षमता और अनुभव का एकबार फिर परिचय दिया।
पंत ने किया निराश
भारत ने कल अपने टॉप आर्डर के चारों बल्लेबाज़ों को 45 रनों पर खो दिया था. क्रीज़ पर अक्षर पटेल और जयदेव उनादकट थे. आज खेल के शुरुआत में ही उनादकट शाकिब की गेंद पर 13 रन बनाकर पगबाधा हो गए. भारत का पांचवां विकेट 56 रनों पर गिरा, इसके बाद पिछली पारी के हीरो पंत 71 रनों के स्कोर पर सिर्फ 9 रन बनाकर मिराज का चौथा शिकार बने. तीन रन बाद ही अच्छा खेल रहे अक्षर भी मिराज की गेंद पर बोल्ड हो गए. लेकिन आउट होने से पहले अक्षर ने 34 रनों की बहुमूल्य पारी खेली।
अश्विन ने बताई अनुभव की उपयोगिता
74 रनों पर भारत के सात विकेट आउट हो चुके थे और अब भारत के पास श्रेयस और अश्विन के रूप में आखरी बैटिंग जोड़ी बची थी. टीम मुश्किल में थी, जीत के लिए अभी भी 71 रनों की ज़रुरत थी. इन परिस्थितियों में 71 रन एक बड़ा स्कोर मालूम पड़ रहा था लेकिन यहाँ पर अश्विन का अनुभव काम आया. 80 से ज़्यादा टेस्ट मैचों का अनुभव रखने वाले इस हरफनमौला खिलाड़ी ने श्रेयस का बड़ी खूबी से साथ दिया, बल्कि रनों को आगे बढ़ाने में श्रेयस पर बाज़ी भी मारी। दोनों ही बल्लेबाज़ों ने बांग्लादेश के स्पिनरों को फिर कोई मौका नहीं दिया और टीम को तीन विकेट से जीत दिलाकर नाबाद लौटे. श्रेयस ने 29 और अश्विन ने 42 रनों की नाबाद पारी खेली।
मेहदी ने लगाया पंजा, ताइजुल ने किया निराश
बांग्लादेश के लिए मेहदी हसन मिराज ने पंजा लगाया, कप्तान साकिब ने भी दो विकेट लेकर उनका अच्छा साथ दिया लेकिन इस पारी में जब सबसे ज़्यादा ज़रुरत थी, ताइजुल इस्लाम ने बांग्लादेश को बहुत निराश किया। ताइजुल ने पिछली तीन पारियों में काफी अच्छी गेंदबाज़ी की थी, वो बांग्लादेश के मेन विकेट टेकिंग गेंदबाज़ कहे जाते हैं लेकिन भारत की दूसरी पारी में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिली। इस जीत के साथ ही ICC टेस्ट चैम्पियनशिप की रैंकिंग में भारत की पोजीशन और मज़बूत हुई है, भारत अभी दूसरे नंबर पर है.