न्यूज़ डेस्क – भारत द्वारा की गई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी निर्णायक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में बड़ा सियासी और सैन्य भूचाल आ गया है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर को हटा दिया है और उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया है। उन पर अपने निजी एजेंडे को सेना पर थोपने और संवेदनशील जानकारियां लीक करने के आरोप लगे हैं।
कौन हैं असीम मुनीर?
असीम मुनीर साल 2022 से पाकिस्तानी सेना के 11वें आर्मी चीफ के तौर पर तैनात थे।
सेना प्रमुख बनने से पहले वे GHQ (जनरल हेडक्वार्टर) में क्वार्टरमास्टर जनरल रहे थे।
पाकिस्तान में आमतौर पर आर्मी चीफ का कार्यकाल 3 साल होता है, लेकिन उनके कार्यकाल को कानूनी बदलाव कर 2027 तक बढ़ाया गया था।
अब खबरों की मानें तो उन्हें उनके पद से हटाकर हिरासत में ले लिया गया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने बदले समीकरण
भारत ने हाल ही में चलाया ऑपरेशन सिंदूर, जिसके तहत पाकिस्तान और POK (पाक अधिकृत कश्मीर) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक किया गया।
इसमें शामिल रहे आतंकी संगठन:
लश्कर-ए-तैयबा
जैश-ए-मोहम्मद
हिजबुल मुजाहिदीन
इस हमले में करीब 100 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। हमलों के बाद पाकिस्तान में अफरा-तफरी मच गई और सेना की भूमिका पर गंभीर सवाल उठने लगे।
TTP का बड़ा आरोप
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने पाकिस्तानी सेना पर आरोप लगाया कि उन्होंने भारत को आतंकी ठिकानों की जानकारी लीक की। इसके बाद आर्मी चीफ असीम मुनीर की भूमिका पर सवाल उठे और आखिरकार उन्हें हटाने और हिरासत में लेने का फैसला लिया गया।
भारत के हमले से हड़कंप
सूत्रों के मुताबिक, भारत ने लाहौर, इस्लामाबाद, कराची और सियालकोट जैसे प्रमुख शहरों पर हमला किया। इससे पाकिस्तान को भारी सैन्य और आर्थिक नुकसान हुआ है। यह हमला आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।