बदलती जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण लोग कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। हार्ट अटैक और पैनिक अटैक ऐसी ही समस्याओं में से एक है, जिसे ज्यादातर लोग एक ही समझते हैं। वे पैनिक अटैक को दिल का दौरा समझ लेते हैं और इससे परेशान हो जाते हैं।
लेकिन आपको यह समझने की जरूरत है कि पैनिक अटैक और हार्ट अटैक दो अलग-अलग चीजें हैं। हालाँकि, इन दोनों को नजरअंदाज न करें, क्योंकि ऐसा करना आपके लिए समस्याग्रस्त हो सकता है, इसलिए आज इस लेख में हम आपको पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के बीच अंतर बताने जा रहे हैं, ताकि आप समय रहते उचित इलाज पा सकें।
पैनिक अटैक क्या है?
पैनिक अटैक अचानक होने वाला हमला है जो मुख्य रूप से चिंता या भय की तीव्र भावनाओं के कारण होता है। पैनिक अटैक एड्रेनालाईन और अन्य तनाव हार्मोन के अचानक बढ़ने के कारण होते हैं, और ये आमतौर पर कुछ मिनटों तक रहते हैं। आमतौर पर यह तनाव, भय या दर्दनाक अनुभवों जैसे विभिन्न कारकों से शुरू हो सकता है। इसके लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं-
दिल की घबराहट
सांस लेने में कठिनाई
सीने में बेचैनी
पसीना बहना
चक्कर आना
दिल का दौरा क्या है?
दिल का दौरा एक चिकित्सीय आपातकाल है जो तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त रक्त नहीं मिलता है। कोरोनरी धमनी में रुकावट के कारण दिल का दौरा पड़ता है। यह एक रक्त वाहिका है जो हृदय को रक्त की आपूर्ति करवाती है। दिल का दौरा पड़ने से सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और अन्य लक्षण हो सकते हैं। हृदय लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं-
छाती में दर्द
जबड़े या पीठ में दर्द
सांस लेने में कठिनाई
पसीना बहना
जी मिचलाना
चक्कर आना
अपच की भावना
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के बीच अंतर कैसे करें?
आमतौर पर पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के लक्षण एक जैसे ही होते हैं। लेकिन उनके घटित होने के कारण और परिस्थितियाँ अलग-अलग हो सकती हैं। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे है जिनसे आप पैनिक अटैक और हार्ट अटैक के बीच अंतर कर सकते हैं-
पैनिक अटैक और हार्ट अटैक दोनों ही सीने में दर्द का कारण बनते हैं।
जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है तो दर्द अन्य क्षेत्रों जैसे बांह, जबड़े या गर्दन तक फैल जाता है , जबकि पैनिक अटैक के दौरान दर्द केवल सीने में ही महसूस होगा।
ज्यादातर शारीरिक परिश्रम के बाद ही दिल का दौरा पड़ता है और जबकि घबराहट का दौरा तनावपूर्ण स्थिति होने पर पढ़ता है ।
व्यायाम करने के बाद पैनिक अटैक कभी नही पड़ सकता , जबकि दिल का दौरा पड़ सकता है
पैनिक अटैक कुछ समय तक रहेगा और कुछ समय बाद व्यक्ति बेहतर महसूस करेगा लेकिन दिल के दौरे के लक्षण खराब हो सकते हैं और व्यक्ति को तत्काल अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है।
जिन लोगों को चिंता, अवसाद या दीर्घकालिक तनाव है, उन्हें हृदय संबंधी समस्याएं होने का खतरा हो सकता है।
हार्ट अटैक एक मेडिकल इमरजेंसी है और मरीज की जान बचाने के लिए समय पर सही इलाज मिलना बहुत जरूरी है।