भाजपा से लोकसभा चुनाव का टिकट पाकर चुनाव लड़ने से इंकार करने वालों में अब गुजरात की वडोदरा लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद रंजन भट्ट भी शामिल हो गयी हैं. उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. इससे पहले भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह और उपेंद्र रावत भी टिकट मिलने के बाद चुनाव लड़ने से इंकार कर चुके हैं। पवन सिंह ने जहाँ पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट मिलने पर नाखुशी जताते हुए चुनाव लड़ने से मना किया वहीँ उत्तर प्रदेश की बाराबंकी लोकसभा सीट से उपेंद्र रावत की एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना टिकट वापसी की वजह बनी लेकिन मोदी जी के गुजरात से भी कोई टिकट वापस कर सकता है ये काफी हैरानी वाली बात ही कही जाएगी।
वैसे तो रंजन भट्ट ने निजी कारणों का हवाला दिया है लेकिन कहा जा रहा है कि स्थानीय तौर पर उन्हें टिकट दिए जाने का ज़ोरदार विरोध हो रहा था, बल्कि वडोदरा में उनके विरोध में कई जगह पोस्टर भी लगे थे. अब क्या इसी वजह से रंजन भट्ट ने चुनाव लड़ने से स्वयं इंकार किया है या फिर उनपर निजी कारण बताकर मैदान से हटने का दबाव डाला गया है। रंजन भट्ट को तीसरी बार चुनाव लड़ने के लिए चुना गया. पिछले दो चुनाव उन्होंने जीते थे. 2019 के चुनाव में भाजपा ने पूरे गुजरात में क्लीन स्वीप किया था.
रंजन भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सीट छोड़ने के बाद 2014 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की थी, तब प्रधानमंत्री ने वाराणसी को अपनाया था और बड़ोदरा को रंजन भट्ट के हवाले किया था। 2019 में भी रंजन भट्ट को फिर टिकट मिला और उन्होंने कामयाबी हासिल की, इसबार वो जीत की हेटट्रिक लगाने वाली थीं लेकिन अचानक उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला करके सभी को हैरान कर दिया। भाजपा अबतक 290 प्रत्याशियों का एलान कर चुकी है. बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है.