यूक्रेन और रूस युद्ध ने और तेजी पकड़़ ली है। रूस ने यूक्रेन के कई क्षेत्रों को निशाना बनाया है। जिससे दो दिन में करीब 100 लोगों के मारे जाने की सूचना है। इसी बीच रूसी हमले की तेजी के बीच अब अमेरिका ने रूस के खिलाफ सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। हालांकि इसका कोई असर रूस पर नहीं पड़ रहा है और वो पश्चिम देशों की परवाह किए बिना यूक्रेन पर हमले जारी किए हुए है।
इससे पहले मॉस्को ने अमेरिकी राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया
अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन ने अब रूस के दो राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए कहा है। अमेरिका ने यह कदम रूस द्वारा दो अमेरिकी राजनयिकों को एक पूर्व कांउसलर कर्मचारी के साथ संपर्क के लिए निष्कासित करने के बाद उठाया। अमेरिका और रूस के बीच तनाव चरम पर हैं। दोनों देशों के बीच तनाव कम होने की जगह और बढ़ रहा है। वॉशिंगटन डीसी ने दो रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश जारी कर दिया है। इससे पहले मॉस्को ने दो अमेरिकी राजनयिकों को देश छोड़कर जाने का आदेश दिया था।
राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने यह कदम रूस द्वारा दो अमेरिकी राजनयिकों को एक पूर्व काउंसलर कर्मचारी के साथ संपर्क के लिए निष्कासित करने के बाद उठाया है। जिस पर संवेदनशील जानकारी एकत्र करने का आरोप लगाया था। हालांकि, अमेरिका ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। विदेश विभाग प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कह दिया है कि अमेरिका रूसी सरकार के अनुचित व्यवहार को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
यह जानकारी सामने नहीं आई है कि रूस के किन राजनयिकों को निष्कासित किया है। लेकिन इन्हें सात दिन के भीतर अमेरिका छोड़ने के लिए कहा गया है। इतना ही समय अमेरिकी राजनयिक जेफरी सिलिन और डेविड बर्नस्टीन को दिया गया था। जिन्हें पिछले महीने रूस छोड़ने जाने के लिए कहा गया था।
जाने पूरा मामला
रूस ने सिलिन और बर्नस्टीन पर व्लादिवोस्तोक में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी से संपर्क करने का आरोप लगाया था। दरअसल, पूर्व कर्मचारी पर यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई और संबंधित मुद्दों के बारे में अमेरिकी राजनयिकों के लिए जानकारी एकत्र करने का आरोप है।