29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के बाद से पिछले 15 दिनों में करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने धर्मस्थल की यात्रा की है, जबकि 4,889 उत्साही तीर्थयात्रियों का एक और जत्था रविवार को कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि पिछले 15 दिनों में करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के अंदर दर्शन किए हैं, जबकि 4,889 यात्री आज सुबह दो सुरक्षा काफिलों में भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुए। इनमें से पहला सुरक्षा काफिला 78 वाहनों में 1,896 तीर्थयात्रियों को लेकर सुबह 3.05 बजे उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। यात्रा 29 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन के साथ संपन्न होगी।
जानकारी के मुताबिक दूसरा सुरक्षा काफिला 105 वाहनों में 2993 तीर्थयात्रियों को लेकर सुबह 3.55 बजे दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है, जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि बर्फ से बनी यह संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है।
पहलगाम-गुफा मंदिर की धुरी 48 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को मंदिर तक पहुँचने में 4-5 दिन लगते हैं। बालटाल-गुफा मंदिर की धुरी 14 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को ‘दर्शन’ करने और वापस बेस कैंप पहुँचने में एक दिन लगता है।
रविवार को 4,434 यात्री जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से दो सुरक्षा काफिलों में घाटी के लिए रवाना हुए। 64 वाहनों में 1,721 तीर्थयात्रियों को लेकर पहला सुरक्षा काफिला सुबह 3 बजे उत्तर कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। दूसरा सुरक्षा काफिला 101 वाहनों में 2,713 तीर्थयात्रियों को लेकर सुबह 3.35 बजे दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।