अमित बिश्नोई
रोहित शर्मा जब अपने रंग में होते हैं तो सामने वाले सभी गेंदबाज़ों का रंग उड़ जाता है, बड़े से बड़ा रिकॉर्ड भी उनके सामने बौना सा लगता है, आज भी अफ़ग़ानिस्तान के सामने हिटमैन ने ऐसी बल्लेबाज़ी की कि एक के बाद एक रिकॉर्ड ध्वस्त होते गए, तो कुछ रिकॉर्ड बराबर हुए. ये वो रिकार्ड्स थे जो क्रिकेट के लीजेंड्स ने बनाये थे, इसमें कुछ रिकॉर्ड तो 40 बरस से कायम थे, इसमें से कुछ रिकॉर्ड विदेशी खिलाडियों ने बनाये थे और कुछ भारतीय बल्लेबाज़ों ने, लेकिन क्या देशी और क्या विदेशी, रोहित शर्मा ने एक ही इनिंग में इन सभी को पीछे छोड़ दिया और शायद आने वाले दिनों में इन रिकार्ड्स में इतना और जोड़ देंगे जो भविष्य के बल्लेबाज़ों के लिए तोडना अगर नामुमकिन नहीं तो काफी मुश्किल ज़रूर हो जायेगा।
बेशक दिल्ली की पिच बल्लेबाज़ों के लिए जन्नत से कम नहीं थी। पिछ्ला मैच जो यहाँ साऊथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच खेला गया 754 रन बने थे और साउथ अफ्रीका ने इसे 5 ओवर पहले 102 रनों से जीता था , साउथ अफ्रीका की तरफ से तीन शतक आये थे जो विश्व कप में पहली बार हुआ था. आज का मैच भी एकतरफा रहा और भारत ने 15 ओवर पहले ही इसे आठ विकेट से जीत लिया। अफ़ग़ानिस्तान ने पहले खेलते हुए 272 रन बनाये। लक्ष्य इतना बड़ा नहीं था जिसे बनाने में कई बल्लेबाज़ों के शतक आते. भारत को अगर पहले बल्लेबाज़ी करने को मिलती तो यकीनन आज फिर कई शतक और 400+ का स्कोर देखने को मिलता लेकिन बात यहाँ पर हिटमैन के तूफानी शतक की जिसकी ज़द में कई रिकॉर्ड आ गए और ध्वस्त हो गए।
पिछले मैच में नाकाम रहने वाले रोहित शर्मा के आज तेवर शुरुआत से ही काफी खतरनाक नज़र आ रहे थे. पिच पर आते ही वो अफ़ग़ानिस्तान के गेंदबाज़ों पर टूट पड़े. उनकी इस तूफानी पारी की ज़द में पहला रिकॉर्ड यूनिवर्सल बॉस क्रिस गेल का आया. गेल के नाम अबतक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 553 छक्के लगाने का रिकॉर्ड था, हिटमैन ने आते ही छक्कों की बारिश की और तीन छक्के जड़कर गेल को पीछे छोड़ दिया, रोहित के नाम मैच से पहले 551 छक्कों का कीर्तिमान था, अपनी 131 रनों की पारी में बाद में उन्होंने इसमें दो छक्के और जोड़ दिए और अब 556 छक्कों के साथ वो दुनिया के सिक्सर किंग बन गए हैं. रोहित ने इसके बाद विश्व कप में अपने 1000 रन पूरे किये और डेविड वार्नर के साथ सबसे तेज़ एक हज़ार रन बनाने का रिकॉर्ड बराबर किया। दोनों ही सलामी बल्लेबाज़ों ने इसके लिए 19-19 मैचों का सहारा लिया। इस मामले में सचिन तेंदुलकर और एबी डिविलियर्स ने 20, सर विवियन रिचर्ड्स और सौरव गांगुली ने 21 मैचों का सहारा लिया था ।
रोहित शर्मा यहीं पर नहीं रुके और विश्व कप में अपना सातवां शतक जड़कर सबसे ज़्यादा सैकड़े लगाने वाले बल्लेबाज़ भी बन बैठे, साथ ही साथ भारत के लिए विश्व कप में सबसे तेज़ शतक लगाने का कीर्तिमान भी अपने नाम कर लिया जो इससे पहले महान कपिल देव के नाम था जिसे उन्होंने 40 साल पहले 1983 के विश्व कप में ज़िम्बाबवे के खिलाफ बनाया था. कपिल ने तब 72 गेंदों में ये कमाल किया था जिसे रोहित शर्मा ने सिर्फ 63 गेंदों में कर दिखाया। रोहित के इस शतक का लोगों को काफी दिनों से इंतज़ार था और ये बिलकुल सही मौके पर आया क्योंकि 14 अक्टूबर को इस विश्व कप का वो मुकाबला होना जिसका क्रिकेट फैंस को बेसब्री से इंतज़ार है. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक लाख 35 हज़ार दर्शकों के बीच पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पहले टीम के कप्तान का इस अंदाज़ में रिकॉर्ड तोडू शतक बनाना सामने वाले के हौसले पस्त कर सकता है. हिटमैन का बल्ला चलने का मतलब बाद के बल्लेबाज़ों के लिए एक आसान प्लेटफॉर्म। इस महामुकाबले से पहले आप कह सकते हैं कि टीम इंडिया के सभी बल्लेबाज़ अपने पूरे रंग में दिख रहे हैं और जब भारतीय बल्लेबाज़ रंग में तो पाकिस्तान का बेरंग होना तो लाज़मी है।