महाकुंभ मेले में 45 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने का अनुमान बताया जा रहा है। 12 साल में एक बार होने वाले इस धार्मिक आयोजन में जिसे इसबार सनातन पर्व का नाम दिया गया है, यह संख्या कोई हैरानी की बात नहीं है. धार्मिक आयोजन के लिए महाकुम्भ एक बहुत बड़ा कारोबारी आयोजन भी है, इस महाकुम्भ से सरकार से लेकर इससे जुडी कारोबारी कंपनियों के लिए मोटा मुनाफा कमाने का एक सुनहरा अवसर भी है. यहीं वजह है कि इस महाकुम्भ के लिए हवाई किराए में ज़बरदस्त उछाल आ रहा है। बताया जा रहा है पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में इस बार किराए में तीन गुना वृद्धि हुई है।
इक्सिगो द्वारा साझा किए गए डेटा के अनुसार, बेंगलुरु से प्रयागराज के लिए हवाई किराए में 89 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें एकतरफा का किराया 11,158 रुपये है। इक्सिगो के ग्रुप सीईओ आलोक बाजपेयी के मुताबिक मुख्य स्नान तिथियों से पहले यात्रा के लिए किराए में भी बढ़ोतरी हो रही है। मुंबई जैसे प्रमुख महानगरों से 27 जनवरी के लिए नॉन-स्टॉप उड़ानों के लिए एकतरफा किराया 27,000 रुपये तक जा रहा है। भोपाल ने तो सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैंन जहाँ का एकतरफा किराया 17 हज़ार से भी ज़्यादा हो गया है. जयपुर, बेंगलुरु, नागपुर, कोच्चि और मुंबई से हवाई किराए में सबसे अधिक वृद्धि हुई है.
बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एयरलाइनों ने प्रयागराज के लिए अपनी उड़ानों के फेरे भी बढ़ा दिए हैं। मंगलवार को एयर इंडिया ने घोषणा की कि वह इस आयोजन को कवर करने के लिए एक महीने से अधिक समय तक दिल्ली से प्रयागराज के लिए प्रतिदिन उड़ान भरेगी। इक्सिगो के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में प्रयागराज के लिए उड़ान बुकिंग में 162 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कन्फर्म टिकट के आंकड़ों के अनुसार, इस आयोजन ने न केवल हवाई यात्रा को बढ़ावा दिया है, बल्कि ट्रेन बुकिंग में भी 187 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बस बुकिंग में भी उछाल देखने को मिल रहा है।