एक दशक बाद टीम इंडिया के सितारा खिलाडियों को रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए इसलिए मजबूर किया गया ताकि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले वो अपनी फॉर्म को वापस पा सकें। इन खिलाडियों में रोहित शर्मा और विराट कोहली का नाम विशेष तौर पर लिया जा सकता है क्योंकि इन दो सितारा बल्लेबाज़ों का बल्ला बुरी तरह रूठा हुआ है. लेकिन लगता है कि रणजी खेलना भी कम से कम इन दोनों बल्लेबाज़ों को रास नहीं आया. जम्मू कश्मीर के खिलाफ रोहित शर्मा के फ्लॉप शो के बाद अब विराट कोहली का डोमेस्टिक क्रिकेट में दोबारा पदार्पण नाकाम रहा है. रेलवे के खिलाफ विराट कोहली 15 गेंदों पर मात्र 6 रन बनाकर अपना डंडा उड़वा बैठे।
दिल्ली बनाम रेलवे रणजी ट्रॉफी के लिए अरुण जेटली स्टेडियम में मैच को लेकर लोगों में उत्साह और मची अफरा-तफरी का माहौल था, एक लम्बे अरसे के बाद लोग विराट कोहली को रणजी खेलते हुए देखना चाह रहे थे. मैच के दिन विराट की बल्लेबाज़ी नहीं आयी लेकिन दुसरे दिन जब उनका नंबर आया तो वो मात्र कुछ मिनटों के बाद वापस फिर पवेलियन में जाकर बैठ गए. विराट कोहली ने अपनी पारी की शरुआत तो चौका लगाकर धुंआधार तरीके से की मगर इसके बाद वो हिमांशु सांगवान की इनस्विंग डिलीवरी को समझ नहीं पाए और गेंद उनके ऑफ स्टंप को उड़ा ले गई।
दूसरे दिन मैच शुरू होने से पहले, स्टेडियम में उत्सुकता साफ देखी जा रही थी, प्रशंसक बेसब्री से दिल्ली के विकेट गिरने का इंतजार कर रहे थे ताकि वो अपने हीरो को बल्लेबाजी के लिए उतरते हुए देख सकें। मगर उन्हें विराट से निराशा मिली।