Gujarat Chunavi Dangal : सभी राजनीतिक पार्टियों का एक नारा है कि कहाँ पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में। कांग्रेस पार्टी से अभी ताज़ा ताज़ा अलग हुए हार्दिक पटेल की बातें और बयान आजकल कुछ इस नारे की तरह ही हैं। पूर्व कांग्रेसी नेता ने इसी नारे को ध्यान में रखकर आज भविष्यवाणी कर दी कि इसबार गुजरात का विधानसभा चुनाव एकतरफा होगा, हालाँकि उन्होंने यह नहीं बताया की किसकी तरफ। क्योंकि अपनी पूरी बयानबाज़ी में उन्होंने भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों की जमकर तारीफ की और कांग्रेस पार्टी की बुराई जो कांग्रेस छोड़ने वाला हर नेता करता है क्योंकि कहते हैं कि नया धोबी कथरी में भी साबुन ज़्यादा लगाता है।
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हार्दिक पटेल ने बीजेपी को अपना एक विकल्प बताते हुए भगवा ब्रिगेड की जमकर तारीफ की और गुजरात की सुख शांति का शुभचिंतक बताया और कहा कि उससे पहले उन्होंने दंगे देखे थे, अब पिछले 27 साल से वहां भाजपा का शासन है, दंगे भी इसी दौर में हुए। हार्दिक पटेल की उम्र अभी 30 भी नहीं हुई है तो फिर यह कौन से दंगों की बात कर रहे हैं, यकीनन गोधरा कांड के बाद हुए दंगों की बात तो नहीं कर रहे होंगे। हार्दिक ने यह भी कहा कि 20-22 सालों से यहाँ कुछ नहीं हुआ, यह आरोप भी एक तरह से भाजपा पर ही है या ऐसा कह सकते हैं कि सीएम मोदी पर है जो अब पीएम बन चुके हैं। भाजपा की तारीफ़ करने का यह एक अनोखा तरीका है।
हार्दिक पटेल ने आम आदमी पार्टी को कांग्रेस से बेहतर बताया क्योंकि वह कांग्रेस से ज़्यादा आक्रमक है और रणनीतियां भी कांग्रेस से बेहतर हैं। हार्दिक पटेल की माने तो आम आदमी पार्टी पूरे गुजरात में फ़ैल चुकी है, कहने का मतलब भाजपा का मुकाबला इस बार कांग्रेस नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी से होने वाला है। हार्दिक के मुताबिक AAP के पास कांग्रेस पार्टी से बेहतर विजन है. उसके नेता एकजुट हैं और उनका मीडिया मैनेजमेंट भी बहुत अच्छा है।
बता दें कि 18 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफ़ा देने वाले हार्दिक पटेल इस समय कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े आलोचक हैं यहाँ तक उन्होंने कांग्रेस पार्टी को गुजरात विरोधी तक बता डाला। वैसे यह कोई नई बात नहीं अक्सर कांग्रेस का हाथ छोड़ने वाले नेता को उसमें वह सारी बुराइयां नज़र आने लगती हैं जो पार्टी में होते हुए उसको दिखाई नहीं देती। वैसे कांग्रेस पार्टी से इस्तीफ़ा तो आज कपिल सिब्बल ने भी दिया जिनका तीन दशकों का कांग्रेस का साथ था मगर सवाल पूछने पर उन्होंने बड़ी शालीनता से यह कहकर टाल दिया कि अब वह कांग्रेस में नहीं हैं। वैसे एक कहावत है कि थोथा चना बाजे घना, हार्दिक पर बिलकुल फिट बैठती है।