बुधवार रात तिरुमाला हिल्स पर भगवान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानमवैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टिकट लेने के लिए हुई धक्का-मुक्की के बाद भगदड़ मचने से कम से कम छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक एक शव की पहचान हुई है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष नायडू ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा, गेट खुलते ही सभी लोग टिकट विंडो की तरफ दौड़े जिससे भगदड़ मच गई.
10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए देश भर से सैकड़ों श्रद्धालु आए। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर दुःख प्रकट किया है। टीटीडी अध्यक्ष के अनुसार चंद्रबाबू नायडू ने टेलीकांफ्रेंसिंग की और मंदिर कर्मचारियों पर असंतोष व्यक्त किया और घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि कुछ संदेह है कि यह मंदिर प्रशासन की लापरवाई के कारण हुआ है, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमें निर्देश दिया है कि इस तरह की घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए। इसे सबक के रूप में लेते हुए, हम सभी का यह दायित्व है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जाए।
भगदड़ को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए, टीटीडी बोर्ड के सदस्य भानु प्रकाश ने इस घटना के लिए श्रीवारी भक्तों से क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि कुछ कमी थी तथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन खोई हुई जिंदगियों को वापस नहीं लाया जा सकता। कुछ महिला भक्तों पर सीपीआर देने वाले पुलिसकर्मियों तथा एंबुलेंस में घायल व्यक्तियों को ले जाते हुए वीडियो वायरल हुए।