आईआईटी-बॉम्बे में 2024 के प्लेसमेंट सीजन में भले ही औसत वार्षिक पैकेज में 7.7 प्रतिशत का इज़ाफ़ा हुआ हो लेकिन पिछले साल की तुलना में कैंपस ड्राइव में 25 प्रतिशत छात्रों को प्लेसमेंट नहीं मिला है यही नहीं न्यूनतम वेतन पैकेज भी इस वर्ष घटकर 6 लाख से 4 लाख हो गया है, यानि 33 हज़ार रूपये महीना। हैरानी की बात ये है कि 10 छात्रों ने इस पॅकेज को स्वीकार भी किया है. इससे अंदाजा होता है कि देश में बेरोज़गारी की स्थिति क्या है जो एक आईआईटियन इतनी कम सैलरी पर भी काम करने पर मजबूर है. सबसे ज़्यादा सैलरी पैकेज 20 लाख रहा, 20 लाख के पैकेज के 123 कंपनियों की तरफ से 558 ऑफर थे.
वहीँ 230 ऑफर 16.75 लाख रुपये से 20 लाख रुपये के बीच थे। यूक्रेन में युद्ध और कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था के कारण अंतरराष्ट्रीय भर्तीकर्ताओं की उपस्थिति सीमित थी। प्लेसमेंट सीजन का दूसरा चरण धीरे-धीरे शुरू हुआ, लेकिन अप्रैल के बाद इसमें तेजी आई, इस अवधि के दौरान लगभग 300 जॉब ऑफर किए गए। रिपोर्ट में उद्धृत स्रोतों के अनुसार, कुल मिलाकर, 75 प्रतिशत छात्रों ने कैंपस ड्राइव के माध्यम से पद प्राप्त किए, और अतिरिक्त 15 प्रतिशत ने स्वतंत्र रूप से नौकरी पाई। संस्थान ने 543 कंपनियों को पंजीकृत किया, जिनमें से 388 ने प्लेसमेंट में भाग लिया और 364 ने ऑफर दिए।
आईआईटी-बी के छात्रों के लिए कुल प्लेसमेंट प्रतिशत लगभग 75 प्रतिशत है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि सेक्टर-विशिष्ट भर्ती रुझानों ने परामर्श प्रस्तावों में गिरावट दिखाई, जिसमें 29 परामर्श फर्मों से 117 पद उपलब्ध थे। ट्रेडिंग, बैंकिंग और फिनटेक कंपनियाँ महत्वपूर्ण भर्तीकर्ता थीं। अकेले वित्त क्षेत्र में 33 वित्तीय सेवा फर्मों से 113 प्रस्ताव थे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, उत्पाद प्रबंधन और डेटा विज्ञान जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय भर्ती हुई। शिक्षा क्षेत्र में, 11 कंपनियों ने भाग लिया, कुल 30 नौकरियों की पेशकश की। अनुसंधान एवं विकास में, 36 संगठनों ने स्वचालन, ऊर्जा विज्ञान और अर्धचालक प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में 97 पद प्रदान किए। 118 सक्रिय पीएचडी छात्रों में से 32 को सफलतापूर्वक भर्ती किया गया।