महाराष्ट्र के जलगांव से गुजर रही एक ट्रेन में आग लगने की अफवाह के कारण यात्रियों में दहशत फैलने के बाद मची भगदड़ में 14 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि कई यात्री ट्रेन से कूद गए और दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। यह दुर्घटना मुंबई से 400 किलोमीटर दूर पचोरा के पास माहेजी और परधाडे स्टेशनों के बीच हुई, जहां लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस जो लखनऊ से मुंबई के बीच चलती है, शाम 5 बजे के आसपास आग लगने की अफवाह के कारण किसी ने चेन खींच दी थी। मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता स्वप्निल नीला ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस के कुछ यात्री नीचे उतर गए और बेंगलुरु से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
रेलवे अधिकारीयों के मुताबिक पुष्पक एक्सप्रेस के एक कोच में ‘ब्रेक-बाइंडिंग’ के कारण चिंगारी निकली और कुछ यात्री घबरा गए। उन्होंने चेन खींची और उनमें से कुछ लोग पटरियों पर कूद गए। उसी समय, कर्नाटक एक्सप्रेस बगल की पटरी से गुजर रही थी। घायल यात्रियों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल भयावह तस्वीरों में पटरियों पर शव पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं और कुछ लोग खून से लथपथ इधर-उधर भटक रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों को 5-5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश में कहा, “ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों ने गलती से मान लिया कि ट्रेन से धुआं निकल रहा है और वे कूद गए। दुर्भाग्य से, वे दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। मैं इस दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 5 लाख रुपये देने की घोषणा करता हूं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि घायल यात्रियों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “हमारे मंत्री गिरीश महाजन व्यक्तिगत रूप से दुर्घटना के पीड़ितों के बचाव और सहायता की देखरेख कर रहे हैं। मैंने वहां (जलगांव में) जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से बात की है।