WHO Immunization campaign: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत सहित एशिया के 11 देशों को टीकाकरण में तेजी लाने की सलाह दी है। जिसमें कहा है कि नियमित टीकाकरण की क्षमता को और मजबूत करें। इसी के साथ जिन बच्चों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ उनकी तलाश करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया में लगभग 46 लाख बच्चों का अभी तक टीकाकरण नहीं करा पाए हैं। इसके चलते बच्चों को टीके उपलब्ध कराने के लिए कें अलग से प्रयासों को किया जाए।
दक्षिण-पूर्व एशिया की निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल ने कहा, सदस्य देशों ने बच्चों के टीकाकरण पर कम ध्यान दिया। जिसके कारण 2019 से लेकर अब तक बिना टीके वाले बच्चों की संख्या 46 लाख तक पहुंच गई है। जो कि चिंताजनक स्थिति है। इसके लिए सदस्य देशों को तुरंत ही जमीनी स्तर पर अभियान चलाए जाने चाहिए।
डॉ. पूनम खेत्रपाल डब्ल्यूएचओ के एक कार्यक्रम में सदस्य देशो को संबोधित कर रही थीं। यह कार्यशाला नियमित टीकाकरण क्षमताओं को मजबूत करने के लिए हो रही है। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय निदेशक ने भारत में टीकाकरण को लेकर किए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने भारत में कोरोना लेकर टीकाकरण अभियान और मिशन इंद्रधनुष को भी काफी अच्छा बताया है।
कोरोना महामारी से उत्पन्न अंतराल और चुनौतियों को दूर करने की जरूरत
उन्होंने कहा कि हमें कोरोना महामारी से उत्पन्न अंतराल और उसकी चुनौतियों को दूर करने की जरूरत है। कई देश अभी कोरोना के कारण टीकाकरण में आई कमी दूर नहीं कर पाए हैं। अब हमें जीरो खुराक वाले बच्चों की भी पहचान करनी होगी। यह नियमित टीकाकरण की पहुंच के साथ टीकाकरण बढ़ाने में तेजी से सुधार करने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा टीकाकरण की मांग में तेजी लाने के लिए सभी को शामिल करने के लिए हस्तक्षेपों और रणनीतियों का मार्गदर्शन करने की जरूरत है। इसके लिए टीकाकरण के व्यवहार और सामाजिक चालकों की पहचान होनी चाहिए। इसके अलावा कैच-अप टीकाकरण और देशों द्वारा शुरू किए जा रहे विशेष अभियानों की समीक्षा होती रहनी चाहिए। जिससे पता चल सके कि जमीनी स्तर पर कितना लाभ हो रहा है।
2020 के दौरान टीकाकरण में कमी
डॉ. पूनम खेत्रपाल ने कहा कि कुछ देशों में 2020 के दौरान टीकाकरण में काफी कमी आई। इसका मुख्य कारण कोरोना महामारी और लॉकडाउन भी रहा है। लेकिन 2021 और 2022 में टीकाकरण वापस शुरू हुआ है। ऐसे भी देश हैं जहां कवरेज काफी निम्न स्तर पर बना हुआ है।
उन्होंने कैच-अप अभियानों में न्यूमोकोकल वैक्सीन शुरू करने के तिमोर-लेस्ते और 2022 में टाइफाइड कॉन्जुगेट वैक्सीन लॉच करने वाला चौथे देश बने नेपाल की सराहना की। क्षेत्रीय निदेशक ने जोखिम वाली जनसंख्या की समय-समय पर मैपिंग करने और टीकाकरण में कमियों को दूर करने के लिए जरूरत पर बल दिया है।