बजट के दिन शेयर बाजार की धड़कने बढ़ी रहती हैं, निवेशक थोड़ा घबराये हुए होते हैं. एक तरफ वित्त मंत्री का बजट भाषण चल रहा होता है तो दूसरी तरफ उनके एक एक शब्द के साथ शेयर बाजार ऊपर नीचे होता है. कभी कभी ओवर रिएक्शन भी देखने को मिलता है. वित्त मंत्री द्वारा की गयी घोषणाओं को पूरा ठीक से समझे बिना शेयर बाज़ार एक राय बना लेता है और फिर एक पैनिक सिचुएशन क्रिएट हो जाती है. कल केंद्र की भाजपा सरकार लोकसभा चुनाव से पहले अपना अंतिम बजट पेश करने जा रही है, चूँकि ये चुनावी बजट है इसलिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट ही पेश करेंगी। अब देखना होगा कि बजट पर शेयर बाज़ार क्या प्रतिक्रिया देता है. चलिए जानते हैं कि मोदी सरकार द्वारा पेश किये पिछले बजटों पर बजट वाले दिन शेयर मार्केट का क्या हाल रहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल का पहला बजट वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 10 जुलाई को पूर्ण बजट पेश किया था। उस दिन स्टॉक मार्केट में हल्की बिकवाली हुई। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने वित्त वर्ष 2015-16 के बजट का भी 2014 जैसा हाल रहा था लेकिन इसबार हलकी खरीदारी रही थी. 29 फरवरी को पेश हुए 2016-17 के बजट में अरुण जेटली ने किसानों की इनकम पांच साल में बढ़ाकर दोगुना करने का ऐलान किया था। शेयर बाजार को ये एलान पंसद नहीं आया और बजट के दिन सेंसेक्स 0.66 फीसदी गिरकर बंद हुआ।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अगले साल 1 फरवरी को यूनियन बजट पेश किया, इसबार सरकार ने फिस्कल डेफिसिट का टारगेट सिर्फ 3 फीसदी रखने का ऐलान किया था जो स्टॉक मार्केट को पसंद आया और बजट के दिन सेंसेक्स 1.76 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुआ। अरुण जेटली ने 1 फरवरी 2018 को यूनियन बजट पेश किया जो उनका आखिरी बजट था। इस बजट से शेयर बाजार को थोड़ी निराशा हुई और ये मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ.
2019 में दूसरी बार केंद्र में मोदी सरकार बनी तब वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई को वित्त वर्ष 2019-20 का पूर्ण बजट पेश किया, ये बजट भी शेयर बाज़ार को पसंद नहीं आया और बजट के दिन सेंसेक्स 0.99 फीसदी गिरा। निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2020-21 का पूर्ण बजट पेश किया। इस बजट से बाजार बहुत निराश हुआ और शेयर बाज़ार में उस दिन एक बड़ी गिरावट आयी, सेंसेक्स 2.43 फीसदी लुढ़कर बंद हुआ।
स्टॉक मार्केट को 2021-22 का बजट पसंद आया. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के साथ ही शेयर बाजार ने चढ़ना शुरू किया था और कारोबार के अंत में सेंसेक्स 5 फीसदी तक उछाल गया. शेयर बाजार को 2022-23 का बजट भी पंसद आया था। उस दिन सेंसेक्स 1.36 फीसदी चढ़कर बंद हुआ था। वहीँ पिछले बजट के दिन शेयर बाजार में काफी उतार चढाव रहा और अंत में सेंसेक्स और निफ़्टी लाल निशान में बन हुए.