प्राचीन काल में, एक छोटे शहर में एक महिला रहती थी। उसका नाम था 'मीना'.
मीना बहुत अच्छे पकवान बनाने की कला में माहिर थी और उसके पास खुद की एक छोटी सी दुकान थी।
एक दिन, मीना को एक नई विचार आया - वह छोटे-छोटे और स्वादिष्ट पकवान बनाने की सोच रही थी जिसे लोग छोटे-छोटे टुकड़ों में खा सकें।
उसने देखा कि लोगों को गोली की तरह छोटे पानीपूरी खाने का बहुत शौक होता है। तो उसने नए और रोमांचक पकवान के रूप में 'गोलगप्पा' की खोज की।
मीना ने एक अनोखे तरीके से गोलगप्पा तैयार किया - एक छोटे-छोटे पुरी को मिश्रण से भरकर तय किया जिसमें तीखे पानी, आलू, पुदीने की चटनी और मसालों का मिश्रण था।
गोलगप्पा खाने का मजा लेने वाले लोगों ने मीना के नए पकवान को बहुत पसंद किया।
धीरे-धीरे, गोलगप्पा पूरे देश में फेमस हो गया। लोग उसे गली-गली में, मेलों और यात्राओं में खाने लगे।
आज, गोलगप्पा एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है जिसे लोग स्वादिष्ट स्नैक के रूप में मान्यता देते हैं।