कॉरपोरेट बॉन्ड को नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) भी कहा जाता है।
कंपनियां बैंक लोन के विकल्प के रूप में कॉरपोरेट बॉन्ड जारी कर पैसे जुटाती हैं।
यह एक तरह का कर्ज है जिसके बदले कंपनियां ब्याज चुकाती हैं।
किसी कंपनी का कॉरपोरेट बॉन्ड कितना सुरक्षित है, इसके लिए क्रेडिट रेटिंग जारी करती हैं।
कॉरपोरेट बॉन्ड फंड डेट म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जो कंपनियों के बॉन्ड या एनसीडी में निवेश करती हैं।
कॉरपोरेट बॉन्ड फंड्स को कुल राशि AUM का कम से कम 80 फीसदी हिस्सा सर्वोच्च रेटिंग वाले कॉरपोरेट बॉन्ड में लगाना होता है।
कॉरपोरेट बॉन्ड फंड का ज्यादातर हिस्सा टॉप रेटिंग वाले डेट साधनों में लगाया जाता है, इसलिए ये ज्यादातर फंड श्रेणियों के मुकाबले अधिक सुरक्षित होते हैं।
टॉप रेटिंग वाले साधनों में निवेश की वजह से इन फंड्स में तरलता अधिक होती है। यानी इनमें खरीद-बिक्री आसान होती है। निवेशक जब चाहें इन्हें बेच सकते हैं।
वित्तीय बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच कॉरपोरेट बॉन्ड फंड ने लगातार अन्य डेट श्रेणियों के मुकाबले बेहतर रिटर्न दिया है।
कॉरपोरेट बॉन्ड फंड – 10.1% लो ड्यूरेशन फंड – 6.33% शॉर्ट ड्यूरेशन फंड – 8.91% मिडियम ड्यूरेशन फंड – 7.35% डायनमिक ड्यूरेशन फंड – 9.66% बैंकिंग एंड पीएसयू फंड – 9.75%