मध्य पूर्व में बढ़ते संकट के बीच एक दुर्लभ सार्वजनिक मौजूदगी दर्ज कराते हुए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान में शुक्रवार की नमाज़ की इमामत (नेतृत्व) किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने मुस्लिम देशों से “सीटबेल्ट बांधने” का आग्रह किया। उन्होंने आखिरी बार जनवरी 2020 में शुक्रवार की नमाज़ की इमामत उस समय की थी जब ईरान ने बगदाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के जवाब में इराक में अमेरिकी सेना के अड्डे पर मिसाइलें दागी थीं।
खामेनेई ने कहा, “हमें अपने कॉमन दुश्मन को हराना होगा। हर देश को हमलावरों से खुद का बचाव करने का अधिकार है।” उनके अनुसार, ईरान का दुश्मन फिलिस्तीन का दुश्मन है। खामेनेई ने कहा कि ईरान का दुश्मन फिलिस्तीन, लेबनान, इराक, मिस्र, सीरिया और यमन का दुश्मन है। “दुश्मन हर जगह एक विशेष तरीके से काम कर रहा है, लेकिन ऑपरेशन रूम एक ही है और वे वहीं से आदेश लेते हैं। अगर दुश्मन एक देश से मुक्त हो जाता है, तो वह अगले देश में चला जाएगा ।
खामेनेई ने जोर देकर कहा कि इस्लामिक गणराज्य द्वारा इजरायल पर मिसाइल हमले “कानूनी” थे और पिछले साल 7 अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र पर हमास द्वारा हमला करना भी “वैध” था। उन्होंने कहा कि इजरायल के साथ युद्ध जैसी स्थितियों के मद्देनजर ईरान अपने सभी दुश्मनों को नाकाम कर देगा। उन्होंने कहा, “कुछ रात पहले हमारे सशस्त्र बलों का ऑपरेशन पूरी तरह से कानूनी और वैध था।” मंगलवार को तेल अवीव पर मिसाइल हमले के बाद इजरायल से आसन्न खतरे का सामना कर रहे देश के लिए शक्ति प्रदर्शन के रूप में हजारों ईरानी प्रार्थना में शामिल होने के लिए एकत्र हुए।
रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने मध्य तेहरान में इमाम खुमैनी ग्रैंड मोसल्ला मस्जिद में प्रार्थना का नेतृत्व किया। कथित तौर पर खामेनेई को तब से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया था जब से इजरायली हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को मार गिराया गया था। खामेनेई ने कहा, सैय्यद हसन नसरल्लाह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आत्मा और उनका मार्ग हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा। वह ज़ायोनी दुश्मन के खिलाफ़ एक ऊंचा झंडा था। उनकी शहादत इस प्रभाव को और बढ़ाएगी। नसरल्लाह का जाना व्यर्थ नहीं है। हमें अपने अटूट विश्वास को मजबूत करते हुए दुश्मन के खिलाफ़ खड़ा होना चाहिए।