विधानसभा की कार्रवाइयों में सफ़ेद कुरता पायजामा और काली सदरी में नज़र आने वाले अखिलेश यादव आज जब सदन में काली शेरवानी और लाल टोपी में पहुंचे तो उन्होंने बजट पेश करने से पहले ही सारा आकर्षण चुरा लिया। अखिलेश की शेरवानी मीडिया में एक खबर बन गयी, राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गयी, टीवी चैनलों में डेबिट का विषय बन गयी, ऐसे में भाजपा या सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी न आये, ये तो हो नहीं सकता। अखिलेश के शेरवानी पहनने पर अब योगी सरकार के मंत्री नंदी ने कटाक्ष किया है.
यूपी की जनता के मन में भगवा रंग
सपा प्रमुख और नेता विपक्ष अखिलेश यादव की इस वेशभूषा पर औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नन्दी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सपा प्रमुख का यह ड्रेस कोड बताता है कि समाजवादी पार्टी को विकास का प्रकाश रास नहीं आ रहा है. नंदी ने कहा कि सपा के शासन काल में प्रदेश को बदहाली के काले अन्धेरे में धकेल दिया गया, उन्होंने शेरवानी के काले रंग पर कहा कि काला रंग फेवरेट होना स्वाभाविक है लेकिन अखिलेश को यह नहीं मालूम कि यूपी की जनता के मन में भगवा रंग बसता है.
सदन की कार्रवाइयों में आज़म पहनते थे शेरवानी
दरअसल योगी के मंत्री नंदगोपाल नंदी ने अखिलेश की काली शेरवानी और भगवा रंग का ज़िक्र करके एक सांकेतिक विरोध को कम्युनल एंगल देने की कोशिश की. बता दें कि अखिलेश यादव और कुछ अन्य सपा विधायकों का सदन में आज शेरवानी पहनकर आना इस बात का संकेत था कि आज़म के खिलाफ सरकार जिस तरह के राजनीतिक बदले की कार्रवाई कर रही है, सपा उसका विरोध करती है और ये बताती है कि वो अपने वरिष्ठ नेता के साथ है. बता दें कि सपा नेता आज़म खान सदन की करवाई में हमेशा शेरवानी पहनकर ही जाते थे.