रामचरित मानस पर दिए गए विवादित टिप्पणी के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ भाजपा, हिन्दू संगठनों, साधू संतों और ब्राह्मण समुदाय के संगठनों द्वारा लगातार जताया जा रहा है जिसमें उनकी ज़बान काटने तक काटने की बात कही गयी है और इस कड़ी में अमेठी में ब्राह्मण महासभा ने उनका मुँह काला करने वाले वालों पुरुस्कृत करने की घोषणा की गयी है.
25 हज़ार का इनाम
सपा नेता के खिलाफ अमेठी में कई जगह पर इस तरह के पोस्टर लगाए गए जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य का मुंह करने वाले को 25 हज़ार रूपये का इनाम देने की घोषणा है. दरअसल रामचरित मानस के कुछ अंशों को लेकर सपा नेता के बयान पर ब्राह्मण महासभा एकता मंच के लोगों में भारी नाराज़गी बताई जा रही है, इसीलिए हर जगह संगठन के लोग अपनी नाराज़गी जता रही हैं.
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
यही नहीं, ब्राह्मण स्वाभिमान एकता मंच के राष्ट्रीय अद्यक्ष दिनेश तिवारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओ ने तहसील में प्रदर्शनकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर स्वामी प्रसाद मौर्य की सदस्यता रद्द करने की मांग भी की। ब्राह्मण महासभा एकतामंच ने अमेठी कोतवाली में शिकायती पत्र देकर स्वामी प्रसाद मौर्य पर मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की। मंच ने अमेठी कोतवाली में FIR दर्ज करने की तहरीर भी दी. शिकायती पत्र में मंच का आरोप था कि भगवान राम हमारे आदर्श हैं। उनके आचरण को हम अपने जीवन में उतारते हैं, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य ने उन पर उंगली उठाई है, जिसे वो बर्दाश्त नहीं करेंगे। दिनेश तिवारी ने कहा भगवान राम के आचरण को हम सब अपने जीवन मे उतारते है लेकिन स्वामी प्रसाद द्वारा उनके आचरण पर उंगली उठाई है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।