मैनपुरी में पत्नी डिंपल यादव को जिताने के लिए गलियों की ख़ाक छान रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज एलान किया है वह अगले लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से मैदान में उतरेंगे, हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि इसका फैसला पार्टी ही करेगी कि मुझे चुनाव लड़ना है या नहीं. अखिलेश ने कहा कि अभी मैं खाली बैठा हूँ , राजनेता हूँ तो चुनाव ही लड़ सकता हूँ. पहली बार ऐसा हो रहा है कि अखिलेश यादव किसी उपचुनाव में इतनी सक्रीय भूमिका निभा रहे हैं. बता दें कि सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर चुनाव 5 दिसंबर को है, सपा ने इस सीट से डिंपल यादव को उतारा है जो अखिलेश यादव की धर्मपत्नी हैं.
नेताजी ने जमीन और धरती कभी नहीं छोड़ी
इससे पहले कल मैनपुरी में सैनिक सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी जब रक्षा मंत्री थे तो सियाचिन में गए। उन्हें कहा गया कि यहां बहुत ठंड होती है,आप धोती कुर्ते में नहीं जा सकते। लेकिन किसी की परवाह किए बिना वो धोती कुर्ते में ही गए। रूस,अमेरिका भी धोती कुर्ते में ही गए थे। नेताजी ने जमीन और धरती कभी नहीं छोड़ी। सपा प्रमुख ने कहा कि जब नेताजी रक्षामंत्री थे तब हमारी सेना ने चीन को खदेड़ने का काम किया था और आज चीन हमारी सीमा में घुस आता है.
अग्निवीर योजना पर उठाये सवाल
अग्निवीर योजना पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि जो देश की सेवा करना चाहता है, वो कभी अग्निवीर नहीं बनना चाहेगा। फर्रुखाबाद में भर्तियां हुईं, लेकिन नौकरी किसी को नहीं मिली।सरकार कह रही है कि इन योजनाओं से बजट बचा रही है, लेकिन जब देश ही नहीं बचेगा तो बजट कैसे बचेगा। अखिलेश ने कहा, नेताजी के कारण ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जल्दी बन पाया। 26 नवंबर 2016 को सुखोई और मिराज उतारकर उद्घाटन किया गया। क्या किसी और एक्सप्रेसवे पर सुखोई और मिराज उतर पाए हैं.