कानपूर के चर्चित बिकरू कांड के आरोपी रहे अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को आज सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। ख़ुशी दुबे को ज़मानत मिलने के बाद राजनीतिक नेताओं ने प्रतिक्रिया देकर योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है. कांग्रेस पार्टी की प्रियंका गाँधी ने जहाँ इसे न्याय की जीत बताया है वहीँ समाजवादी प्रमुख अखिलेश ने इसे भाजपा के अन्याय और नारी उत्पीड़न के दुष्प्रयासों की करारी हार बताया है.
अंत में जीत सत्य की होती है
सपा प्रमुख ने अपने ट्वीट में लिखा है भाजपा को याद रखना चाहिए कि अंत में जीत न्याय की होती है अहंकार की नहीं। अखिलेश ने कहा कि खुशी दुबे की जमानत भाजपा के अन्याय और नारी उत्पीड़न के दुष्प्रयासों की करारी हार है। बता दें कि पिछले 2 साल से ज्यादा वक्त से ख़ुशी दुबे जेल में बंद थी। पुलिस ने बिकरू कांड में खुशी दुबे को भी आरोपी बनाया था। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ख़ुशी दुबे को जमानत देने का विरोध किया था। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देने के साथ ख़ुशी दुबे को हर हफ्ते थाने में हाजिरी लगाने की शर्त भी लगाई है।
बिकरू कांड के आरोपियों की मदद का है आरोप
बता दें कि CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर और जस्टिस पी एस नरसिम्हा की बेंच ने कहा कि घटना के समय खुशी दुबे 17 साल की थी. चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, ट्रायल भी शुरू हो चुका है इसलिए न्याय के हित में ख़ुशी दुबे को जमानत दी जानी चाहिए. बिकरू कांड में ख़ुशी दुबे पर आरोपियों की मदद करने का आरोप है। बिकरू कांड में डीएसपी और एसओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की विकास दुबे और उसके साथियों के साथ हुई मुठभेड़ में मौत हो गयी थे। बाद में पुलिस ने अमर दुबे को भी एक एनकाउंटर में ढेर किया था।