मेरठ। मेरठ मेयर सीट के लिए गठबंधन के दोनों दलों, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के नेता टिकट मांग रहे हैं। आरक्षण लिस्ट के इंतजार में दोनों दलों के नेता खामोशी बनाए हुए थे। लिस्ट आने और मेरठ को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किए जाते ही सपा विधायक अतुल प्रधान के ट्वीट ने खलबली मचा दी है। वहीं अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान मेयर टिकट की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। जबकि दूसरी ओर शहर विधायक रफीक अंसारी भी अपनी पत्नी के लिए मेयर पद के लिए टिकट की दावेदारी जता रहे हैं।
मेरठ से लगती हुई सरधना सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने लिस्ट जारी होने के कुछ देर बाद एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने अपनी पत्नी सीमा प्रधान की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, ‘मेरठ महापौर सीट अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित, सभी को बधाई।’
अतुल प्रधान ने इस ट्वीट के साथ ही पत्नी के टिकट के लिए गैरजाहिरा तौर पर दावा कर दिया है। उनके ट्वीट के अंदाज से साफ है कि वो अपनी पत्नी सीमा प्रधान को मेरठ मेयर का चुनाव लड़ाने का मन बना चुके हैं। अतुल सीमा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष होने और खुद के मेरठ में लंबी छात्र राजनीति करने का हवाला देते हुए टिकट मांग रहे हैं।
रालोद से कई नेता टिकट की दौड़ में, बढ़ी हलचल
सीमा प्रधान के अलावा मेरठ शहर से विधायक रफीक अंसारी भी पत्नी के लिए टिकट चाहते हैं। राष्ट्रीय लोकदल से भी राजकुमार सांगवान, मनीषा अहलावत और सुनील रोहटा जैसे जाट चेहरे टिकट की दौड़ में है।
रालोद और सपा के ज्यादातर नेता कह रहे हैं कि दोनों दलों की समन्वय समिति ये तय करेगी कि कौन सी सीट किस दल के पास रहेगी। इसके बाद पार्टी आलाकमान टिकट तय करेगा लेकिन अतुल के तेवर निश्चिम रूप से रालोद नेताओं को परेशान कर सकते हैं।