पारुल सिंघल
लापरवाही पड़ रही भारी, दो दिन में ही मिल गए 8 नए मरीज
कोरोना वायरस फिर से सिर उठाने लगा है। दुनिया भर में तबाही मचाने के बाद एक बार फिर इसका खतरा बढ़ गया है। देश के कई हिस्सों में मरीज बढ़ रहे है। वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में भी स्थिति बिगड़ने लगी है। यहाँ बीते 48 घंटे में 8 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि होने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ गए हैं। वहीं अधिकारियों के मुताबिक नए मिले मरीजों में कोरोना वायरस का संक्रमण कहां से पहुंचा इसकी जांच की जा रही है। लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि यह मरीज लंबे समय से जिले से बाहर नहीं गए थे। जबकि 2 दिन पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मरीजों का आंकड़ा जीरो होने का ढोल भी पीट रहा था। ऐसे में स्पष्ट है कि कोरोना वायरस शहर में ही छिपा हुआ है। बढ़ती भीड़ और लापरवाही के बीच वायरस ने फिर से धावा बोल दिया है।
कोरोना का डर हुआ बेअसर, मानकों की धज्जियां उड़ा बाजारों में उमड़ रही भीड़
नियमों का नहीं हो रहा पालन
फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो चुकी है और बाजारों में इन दिनों भीड़ भाड़ देखी जा सकती है लोग धड़ल्ले से यहां वहां आ जा रहे हैं जबकि कोरोना संक्रमण को रोकने के नियमों का कहीं भी पालन नहीं हो रहा है शासन के तमाम निर्देशों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन इस ओर कतई ध्यान नहीं दे रहा है नतीजा बीते शनिवार को एक ही दिन में 11 नए मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई थी जिनमें 7 मरीज मेरठ जिले के थे जबकि अन्य 4 मरीज दूसरे जिलों के सामने आए थे।
रेलवे स्टेशन और बस अड्डो पर शुरू हुई चेकिंग
कोरोना संक्रमण के अचानक नए मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए हैं। आनन-फानन में संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की चेन बनाकर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं फोकस सैंपलिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा विभाग ने बस अड्डो और रेलवे स्टेशन पर भी टीमें भेजकर कोरोना संक्रमण की जांच करवानी शुरू कर दी है। सीएमओ का कहना है कि वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए विभाग पूरी तरीके से अलर्ट हो गया है। दूसरी जगहों से आने वाले लोगों की जांच पूरी सतर्कता और तेजी से करवाई जा रही है।
मेरठ में मिल चुके है सैकड़ों मरीज
कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर वैज्ञानिक लगातार अलर्ट जारी कर रहे हैं। फेस्टिव सीजन के दौरान खास सतर्कता बरतने के निर्देश सरकार पहले ही दे चुकी है। बीती दो लहर में मेरठ जिले के हालात काफी बदतर रहे थे। जिले में अब तक लगभग 70 हजार लोग वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 900 लोगों की इसके चलते मौत भी हो गई। ऐसे में अब कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन और लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है।