योगी सरकार द्वारा अंत्योदय से आत्मनिर्भरता की थीम पर पेश किए गए अमृतकाल के पहले बजट पर नेता विपक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि योगी सरकार का यह बजट दिशा विहीन है, इस बजट से किसान और नौजवान निराश हुए हैं.सरकार के बजट ने महिलाओं, युवाओं व किसानों को पूरी तरह से निराशा की आग में धकेला है.
यूपी में व्यापार नहीं अपराध करने में आसानी
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार बताए प्रदेश की ग्रोथ रेट क्या होनी चाहिए?’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तर्ज़ पर राज्य सरकार भी किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है, उन्हें उनकी फसल की सही कीमत नहीं मिल पा रही है. सपा प्रमुख ने काऊ प्लांट बंद हो गया, प्रदेश में रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है. MSME सेक्टर को इस सरकार ने पूरी तरह नष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दावा करते हैं कि व्यापार करने में आसानी है लेकिन सच तो है कि यहां अपराध करने में आसानी है.
इन्हें सिर्फ मेला लगाना आता है
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट पर तंज़ कसते हुए अखिलेश ने कहा कि इस सरकार को सिर्फ़ मेला लगाना आता है. उन्होंने ने कहा कि बिजली मंहगी हो रही है, लोग बिना इलाज मर रहे हैं लघु उद्योग ख़त्म होते जा रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि इकाना स्टेडियम सपा सरकार के समय बना, मेट्रो सपा ने दी. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे घाटे में है, गंगा एक्सप्रेस-वे अधर में है पता नहीं बनेगा भी या नहीं. यह सरकार ना तो छात्रवृत्ति दे पा रही है और ना ही जातिगत जनगणना के लिए बजट का इंतजाम कर पा रही है. वहीँ सपा विधायक पल्लवी पटेल ने भी बजट को दिशा विहीन करार दिया है। पल्लवी पटेल ने कहा कि योगी सरकार ने किसानों के आमदनी दोगुनी करने के लिए वादे किए थे लेकिन इस बजट में किसानों के लिए ही कुछ भी दिखाई नहीं देता।