जैसा कि उम्मीद थी, यूपी विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होते ही सदन में जमकर हंगामा हुआ। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के विधायक पोस्टर लेकर वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की लेकिन हंगामा नहीं रुका। पहले से ही माना जा रहा था कि मानसून सत्र हंगामेदार होगा। विपक्ष ने किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। वहीं, सरकार मानसून सत्र में एक दर्जन से ज्यादा अध्यादेश पारित कराएगी।
बता दें कि यूपी विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है जो 2 अगस्त तक चलेगा। सत्र में कई अध्यादेश और अधिसूचनाएं सदन में पेश की जाएंगी। विधानसभा सत्र की शुरुआत में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य ने फरवरी में अपना बजट पारित किया था, मानसून सत्र में पहली अनुपूरक मांग पेश की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से सदन के सुचारू संचालन में योगदान मांगते हुए कहा था कि सरकार जनता के सभी मुद्दों के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और सत्र में उठाए गए सभी मुद्दों के प्रति जवाबदेह होगी।’ हालांकि सीएम योगी की अपील बेअसर साबित हुई और सत्र के पहले ही दिन समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन में आकर बिजली, बाढ़ और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विरोध जताया।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना उनसे शांति बनाए रखने की अपील करते नजर आए लेकिन उनकी अपील का कोई असर नहीं दिखा। वहीं नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे सपा विधायक माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि बाढ़, कानून व्यवस्था की समस्या और भ्रष्टाचार सबके सामने है। जिस पर स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि सरकार जवाब देने के लिए तैयार है।