काशी विश्वनाथ मंदिर में अपने हिन्दू दोस्त के साथ प्रवेश कर रहे दो मुस्लिम युवकों को सुरक्षा बल ने शक के आधार पर रोक लिया, झारखण्ड के रहने वाले यह दोनों युवक उस समय रोके गए जब वह गेट नंबर 4 से मंदिर परिसर में प्रवेश कर रहे थे. वहां ड्यूटी पर तैनात CRPF के एक सब इंस्पेक्टर को कुछ शक हुआ तो उसने दोनों युवकों को रोका और उन्हें स्थानीय पुलिस के सिपुर्द कर दिया।
हिन्दू दोस्त के साथ गए थे मंदिर दर्शन करने
थाने पर पुलिस पूछताछ में पता चला कि यह दोनों युवक झारखण्ड के गिरिडीह ज़िले के रहने वाले थे और और अजमेर शरीफ जा रहे थे, वाराणसी में उनका एक हिन्दू दोस्त रहता है उसी के बार बार कहने पर दोनों युवक काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए वहां गए हुए थे, लेकिन सुरक्षा बल ने शक के आधार पर उन्हें गेट पर ही रोक लिया, पुलिस को उनकी तलाशी में किसी भी तरह की आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली. दोनों युवकों से अभी IB की टीम भी पूछताछ करेगी उसी के बाद ही इन्हें छोड़ने या हिरासत में रखने का फैसला किया जायेगा.
‘शिवलिंग’ की पूजा के अधिकार पर आज आ सकता है फैसला
दरअसल वाराणसी की फास्ट-ट्रैक कोर्ट आज ज्ञानवापी मस्जिद पर अपना फैसला सुनाएगी, यह घटना उससे एक दिन पहले यानि रविवार की है ऐसे में इन युवकों का काशी विश्वनाथ मंदिर में जाने का प्रयास करना संदेह पैदा करता है और इसीलिए पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है. बता दें कि आज वाराणसी की फास्ट-ट्रैक अदालत ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के हौज़ख़ाने में मिले कथित ‘शिवलिंग’ की पूजा के अधिकार की मांग करने वाली याचिका पर अपना फैसला देगी.