उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर आज हो रहे मतदान के दौरान काफी हंगामे की ख़बरें आ रही हैं, विशेषकर मुस्लिम बाहुल्य वाली 4 सीटों पर पुलिस और अल्पसंख्यक वोटरों के बीच संघर्ष की ख़बरें और वीडिओज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. कहा जा रहा है कि प्रदेश की योगी सरकार रामपुर वाला फार्मूला अपनाकर अल्पसंख्यक बाहुल्य वाली चारों सीटें जीतने की कोशिश कर रही है. आरोप है कि पुलिस मुस्लिम इलाकों में बैरिकेडिंग लगाकर वोटरों को मतदान से रोक रही है, जिसकी वजह से कई स्थानों पर पत्थरबाज़ी की भी घटना हुई.
इन सबके बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक तरह से चेतावनी देते हुए कहा कि जो पुलिस अधिकारी चुनाव में धांधली करवा रहे हैं उनको चिन्हित किया जा रहा है, इन सभी अधिकारीयों को अदालत में घसीटा जायेगा। इन सब अधिकारीयों की नौकरियां जाएँगी और पेंशन रुकेगी क्योंकि इनके धांधली के पुख्ता सबूत इकट्ठे किये जा रहे हैं और इन सबूतों के आधार पर इन सबको अदालत में घसीटा जायेगा और अदालत इन अधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
अखिलेश यादव ने चुनाव को घसीटते हुए कहा प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि चुनाव आयोग के आँख नाक कान काम नहीं कर रहे हैं, उसे न तो दिखाई दे रहा है और न ही सुनाई दे रहा है. अखिलेश ने भाजपा पर सीधा हमला करते हुए कहा कि भाजपा को अपना सिंघासन डोलता हुआ नज़र आ रहा है और इसलिए वो पुलिस की मदद से वोटरों को मताधिकार से रोक रही है ताकि उसके खिलाफ जनता का गुस्सा EVM मशीन में न दर्ज हो जाय. अखिलेश ने अपने सभी कार्यकर्ताओं और समर्थक वोटरों से कहा कि वो डटे रहे और अपने मत का प्रयोग करके ही बूथ से हटें। उन्होंने कार्यकर्ताओं से उन पुलिस वालों के वीडियो और फोटो जुटाने की अपील की है जो धांधली कराने में जुटे हुए हैं। इन पुलिस अधिकारीयों नाम और पद जुटाने की कोशिश हो रही ताकि सबूतों के साथ इनके खिलाफ अदालत जाया जा सके. अखिलेश ने कहा कि शिकायत पर चुनाव आयोग ने कहा कि आप सबूत दिखाइए। तो अब सबूतों के साथ अदालत पहुंचेंगे और चुनाव आयोग भी वहीँ पर सबूत दिखाएंगे क्योंकि चुनाव आयोग को तो कुछ दीखता नहीं और न ही कोई शिकायत पर वो कार्रवाई करता है.