मेरठ। उप्र विधानसभा चुनाव 2022 (UP assembly election 2022) समाप्त हो गया। सोमवार को सातवें चरण का मतदान होने के बाद सर्वे एजेंसियों और मीडिया के एक्जिट पोल ने प्रदेश के साथ ही बाकी अन्य चार राज्यों की भी तस्वीर साफ की। हालांकि यह सिर्फ एक आंकलन भर है। लेकिन इस आंकलन को भी नहीं झुठलाया जा सकता है। अंतिम चरण के मतदान समाप्त होते के बाद आए एक्जिट पोल से आभास होने लगा है कि अब प्रदेश की जनता तीन दशक पुरानी राजनीतिक रवायात को तोड़ चुकी है। यानी माना जाए तो अब दूसरी बार फिर से भाजपा को मतदाताओं ने सत्ता सौंपने की पूरी तैयारी की थी। सरकारों को लेकर देश के प्रमुख सटटा बाजारों में अब लाखों से करोड़ों का दांव लग चुका है। देश के प्रमुख सटटा बाजार केंद्र दिल्ली,मुंबई के अलावा लखनऊ और मेरठ में सटोरियों द्वारा कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा दोबारा सत्ता वापसी कर रही है। सबसे ज्यादा सट्टे का भाव भाजपा पर ही लगा है।
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सटोरियों के हिसाब से इस बार भाजपा को 225 सीट मिल रही है। जबकि सपा को सटोरियों के हिसाब से 125-135 सीट मिल रही है। इस समय पेशेवरों के जरिये ही सट्टा बाजार में कारोबार किया जा रहा है। बाजार में सिर्फ भरोसेमंद ग्राहक ही अपना पैसा लगाते हैं। देहरादून में भी उत्तराखंड में भाजपा और कांग्रेस (BJP and Congress) पर मोटा सटटा लगाया गया है। वहीं पश्चिमी उप्र के पहले चरण में भाजपा को कितनी सीट मिल रही हैं इस पर भी सटटा बाजार गर्म है। मेरठ की पांच विधानसभा सीटों पर काफी मोटा सटटा लगाया गया है। इन पांच सीटों में सरधना, सिवालखास, किठौर, मेरठ शहर, हस्तिनापुर शामिल हैं।