नई दिल्ली। मौसम विभाग ने पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि अगले चार से पांच दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश या गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
हिमालय में बनी चक्रवाती परिस्थिति
हिमालय में बनी चक्रवाती परिस्थितियों के चलते कई राज्यों में मौसम ने रुख बदला है। यूपी, दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, बिहार और झारखंड में कई स्थानों पर बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई। साथ ही तेज आंधी भी चली।
मौसम विभाग ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में आसमान में बादल छाने और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है। इससे लोगों को गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन किसानों के लिए आफत आ गई है।
तेलंगाना में ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश
हैदराबाद व तेलंगाना के जहीराबाद के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं और ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश हुई। इससे पहले मौसम विभाग ने पूरे तेलंगाना में अगले दो दिनों तक तेज हवाएं चलने, कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की आशंका को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। वहीं, भोपाल में गुरुवार शाम कुछ क्षेत्रों में ओले गिरे और तेज बारिश हुई।
मौसम विभाग की किसानों को सलाह
मौसम विभाग ने किसानों से पंजाब-हरियाणा में सरसों, मध्य महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश में गेहूं और दालों की फसलों की कटाई स्थगित करने के लिए कहा है। पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बर्फबारी भी हुई है।
मौसम विभाग ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में बारिश बंद होने तक सरसों की कटाई न की जाए। यदि पहले ही कटाई हो चुकी है, तो नुकसान से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर स्टोर करें। गेहूं की फसलों की सिंचाई रोक दें।
महाराष्ट्र में किसानों को भारी नुकसान
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश-उत्तराखंड में सेब, नाशपाती, बेर और आड़ू के बागों को ओलों से बचाने के लिए जान के इंतजाम करने को कहा है। यही सलाह मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में फलों के बागानों के लिए भी दी गई है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसानों के लिए आईएमडी ने जल्द से जल्द तैयार हो चुकी सरसों, चना और गेहूं की कटाई करने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखने का सुझाव दिया है। महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में पिछले दो दिन से बारिश से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। नासिक, धुले, मुंबई व आसपास के क्षेत्रों में बीते मंगलवार को भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई थी।