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ऐसा भी होता है: 105 पर भारी पड़ जाते हैं 20 रन

dhoni

CSK के थाला एमएसडी ने जब पहली पारी के अंतिम ओवर की चार गेंदों पर 20 तूफानी रन बनाये तभी कहा जाने लगा था कि कहीं मुंबई इंडियंस को धोनी की ये 20 रनों की पारी भारी न पड़ जाय और कमेंटेटरों का ये अंदेशा एकदम सही साबित हुआ. अंत में चार गेंदों की ये पारी रोहित शर्मा कि उस 63 रनों की पारी पर भारी पड़ गयी जिसमें उन्होंने नाबाद 105 रनों की पारी खेली, लेकिन रोहित शर्मा की ये बड़ी पारी धोनी की छोटी पारी के सामने बौनी साबित हुई और मुंबई इंडियंस को अच्छा खेलने के बावजूद 20 रनों से हार का सामना करना पड़ा. कितना अजब संयोग है कि धोनी ने सिर्फ 20 रन ही बनाये थे. मुंबई इंडियंस की 6 मैचों में ये चौथी हार है. अब प्ले ऑफ के लिए उसे काफी मेहनत करनी होगी। वहीँ CSK की 6 मैचों में ये चौथी जीत है और प्ले ऑफ के लिए उसकी मज़बूत दावेदारी लग रही है.

टॉस जीतकर मुंबई ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। कप्तान हार्दिक पांड्या ने पारी का आखिरी ओवर फेंकने की ज़िम्मेदारी खुद उठाई और उनका ये फैसला टीम पर बहुत भारी पड़ा। इस ओवर में 26 रन बने जिसमें से 20 रनों की पारी धोनी ने खेली, उन्होंने हार्दिक की तीसरी, चौथी और पांचवीं गेंद पर छक्के जड़कर मुंबई इंडियंस की सारी रणनीति को ध्वस्त कर दिया। अपने इस ओवर के बचाव में बाद में हार्दिक ने कहा कि उन्हें जो सही लगा उन्होंने वही किया। हार्दिक की फिटनेस पर सवाल लगातार उठ रहे हैं, खासकर गेंदबाज़ी करने में उन्हें परेशानी हो रही है यही वजह है कि वो रेगुलर गेंदबाज़ी नहीं कर रहे हैं लेकिन कल उन्होंने तीन ओवर फेंके और 43 रन लुटा दिए. दरअसल एक कप्तान के रूप में हार्दिक ने अपने गेंदबाज़ों का सही तौर पर इस्तेमाल ही नहीं किया और अंत में पोजीशन ये बन गयी कि अंतिम ओवर के लिए उनके पास कोई विकल्प ही नहीं बचा था, मजबूरन उन्हें अंतिम ओवर खुद फेंकना पड़ा. एक समय जो CSK सिर्फ 180 रनों तक पहुँचते हुए नज़र आ रही थी वो 206 तक पहुँच गयी.

मुंबई की हार का दूसरा बड़ा कारण ये रहा कि रोहित शर्मा के अलावा और कोई भी बल्लेबाज़ उस तरह की बल्लेबाज़ी नहीं कर सका जैसी 200+ का लक्ष्य को हासिल करने के लिए की जाती है. सिर्फ ईशान किशन (23) और तिलक वर्मा (31) ही रोहित की थोड़ी मदद कर सके. वहीँ CSK ने खराब शुरुआत के बाद एक बड़े स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही. उसके दो विकेट आठ ओवर तक गिर चुके थे और सिर्फ 60 रन बने थे लेकिन यहाँ से ऋतुराज गायकवाड़ (69) और शिवम् दुबे (66) और फिर अंत में धोनी ने टीम को एक जीत वाले स्कोर तक पहुंचा दिया।

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