अपनी बोल्डनेस और सेक्सी फिगर और फिल्मों के लिए मशहूर अभिनेत्री मल्लिका शेरावत जब पैदा हुई थीं तो उनके घर में मातम छ गया था, इस बाद का खुलासा खुद अभिनेत्री ने किया कि उसको अपने ही घर में लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ा। हरियाणा के एक छोटे से शहर में जन्मी मल्लिका ने फिल्म इंडस्ट्री में जगह बनाने के अपने सफर के बारे में बात करते हुए कहा कि जब उनका जन्म हुआ तो उनके परिवार में मातम छा गया था। यह बात उन्होंने अपनी नई फिल्म के प्रमोशन के मौके पर कही।
बता दें कि मल्लिका सेहरावत एक गैप के बाद हाल ही में रिलीज हुई ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ के साथ इंडस्ट्री में वापस आ गई हैं, फिल्म में राजकुमार राव, तृप्ति डिमरी और विजय राज भी हैं। 47 बरस की हो चुकी अभिनेत्री ने कहा कि उनके माता-पिता उनके और उनके भाई के बीच बहुत भेदभाव करते थे। बचपन में उन्हें बहुत दुख होता था कि मेरे माता-पिता मेरे साथ इतना भेदभाव क्यों करते हैं। बचपन में उन्हें समझ नहीं आता था लेकिन अब समझ में आ गया है। मल्लिका ने कहा कि माता-पिता के इस रवैये से उन्हें बहुत बुरा लगा। लेकिन फिर मुझे एहसास हुआ कि सिर्फ़ मैं ही नहीं बल्कि मेरे गांव की सभी लड़कियाँ इस तरह के भेदभाव और अन्याय से गुज़र रही हैं। मल्लिका ने कहा कि उनके मेरे माता-पिता ने उन्हें सब कुछ दिया. लेकिन खुले विचारों या अच्छे विचारों से नहीं। उन्होंने आज़ादी नहीं दी, कभी उन्हें समझने की कोशिश नहीं की।
मल्लिका ने 2003 में फिल्म ‘जीना सिर्फ़ मेरे लिए’ में एक ख़ास भूमिका के साथ अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। उनकी पहली प्रमुख भूमिका ‘ख्वाहिश’ में थी और इमरान हाशमी के साथ ‘मर्डर’ ने उन्हें पहचान दी. इसके बाद ‘प्यार के साइड इफेक्ट्स’, ‘शादी से पहले’, ‘डरना जरूरी है’, ‘वेलकम’ और ‘गुरु’ जैसी फिल्मों में दिखाई दीं।