नेता विपक्ष के रूप में मणिपुर का अपना पहला और कुल मिलाकर पिछले कुछ समय में अपना तीसरा दौरा करने वाले राहुल गाँधी ने एकबार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कहा कि उन्हें मणिपुर जाकर वहां लोगों की परेशानियों को समझना चाहिए, क्योंकि मणिपुर में आज भी पहले जैसे ही हालात हैं और वो दो हिस्सों में बंटा हुआ है, प्रधानमंत्री को वहां जाकर शांति की अपील करनी चाहिए।
राहुल गाँधी ने कहा कि इंडिया अलायन्स मणिपुर में शांति बहाली के लिए इस मुद्दे को संसद में मज़बूती से उठाएगा और केंद्र सरकार पर इस बात के लिए पूरा दबाव बनाएगा कि वो मणिपुर की तरफ पूरा ध्यान दे. सोमवार को मणिपुर दौरे पर गए राहुल गाँधी ने वहां का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि वो आगामी बजट सत्र में मणिपुर के मुद्दे को प्राथमिकता के साथ उठाएंगे। बता दें कि बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है.
अपनी पोस्ट में नेता विपक्ष ने लिखा कि मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद वो तीसरी बार यहां आ चुके हैं मगर अफसोस की बात ये है कि वहां की स्थिति में कोई सुधार नहीं है , मणिपुर आज भी दो टुकड़ों में बंटा हुआ है। घर आज भी जल रहे हैं, मासूम ज़िंदगियां खतरे में हैं और हज़ारों परिवार राहत कैम्पों में जीवन काटने पर मजबूर हैं। राहुल गाँधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को मणिपुर जाकर मणिपुर के लोगों की तकलीफ़ सुनने और शांति की अपील करनी चाहिए। पिछले सत्र में भी राहुल गाँधी ने मणिपुर के मुद्दे को मज़बूती से उठाया था और सरकार से बहस कराने के लिए मांग की थी लेकिन न ही लोकसभा और न ही राज्यसभा किसी भी हाउस में इसकी अनुमति नहीं दी गयी थी.