शेयर बाज़ार अपनी ऊंचाइयों पर है, नई ऊंचाइयां छूने के लिए निवेशकों की नज़र आगामी केंद्रीय बजट पर है। एक अनुमान के मुताबिक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 15 जुलाई के बाद बजट पेश कर सकती हैं। बाजार निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार सरकार बजट में रक्षा, रेलवे, इंफ्रा और अक्षय ऊर्जा पर विशेष प्रावधान कर सकती है और कुछ बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं।
खबरों के मुताबिक, बजट 2024 से पहले किन क्षेत्रों पर फोकस होना चाहिए? विशेषज्ञों का मानना है कि बुनियादी ढांचे में निवेश स्थिरता पर केंद्रित होगा, जिसका उद्देश्य परिवहन नेटवर्क का आधुनिकीकरण और पर्यावरणीय परिणामों में सुधार करना है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऊर्जा नीतियों में नवीकरणीय स्रोतों पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है, जो वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों के साथ संरेखित होंगे और कार्बन उत्सर्जन को कम करेंगे।
रक्षा और रेलवे क्षेत्रों में अधिक पूंजीगत व्यय पर जोर दिया जाएगा। इन क्षेत्रों में विकास पर बारीकी से नजर रखी जाएगी क्योंकि हितधारक आर्थिक विकास और रिकवरी रणनीतियों पर बजट के प्रभाव की प्रतीक्षा कर रहे हैं
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों, खास तौर पर मुद्रास्फीति की चिंताओं के बावजूद इस सप्ताह भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों में बढ़त दर्ज की गई। निवेशकों का ध्यान मुख्य रूप से लार्ज-कैप शेयरों पर रहा, जिसके परिणामस्वरूप मिड- और स्मॉल-कैप सेगमेंट का प्रदर्शन खराब रहा। खास तौर पर आईटी सेक्टर में उल्लेखनीय सुधार हुआ, जिसमें निजी बैंकों ने बैंकिंग सेगमेंट में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से बेहतर प्रदर्शन किया।
बजट का किफायती आवास, पूंजीगत व्यय, उपभोक्ता वस्तुओं और दर-संवेदनशील क्षेत्रों सहित कई घरेलू क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, सूचना प्रौद्योगिकी और फार्मा में महत्वपूर्ण उत्प्रेरकों की कमी की उम्मीद है।