अकसर हम लोग आतंकवाद से जुड़े किस्से और कहानियां सुनते है क्या हम लोगो ने कभी सोचा है ये आंतकवादी होते कौन है ? कहाँ से आते है ? ये कोई और नहीं बल्कि हमारे आस पास ही साधारण दिखने वाले लोग होते है इन लोगो के दिमाग में धर्म और जिहाद के नाम पर ऐसा जहर भरा जाता है की ये लोग किसी मासूम की जान लेने से पहले एक बार भी नहीं सोचते हैं।
इन्ही चीजों पर आधारित एक ऐसी फिल्म आ रही है जिसमें दिखाया जाएगा कि कैसे जिहाद के नाम कैसे आतंकवाद बढ़ता है कैसे आतंकवादियों को ट्रेनिंग के दौरान इस बात का यकीन दिलाया जाता है कि मरने के बाद 72 कुंवारी लड़कियों जन्नत में उनकी सेवा में हाज़िर रहेंगी। और इसी लालच में आंतकवादी किसी भी भयानक से भयानक घटनाओं को अंजाम देने से नहीं चूकते हैं।
कब होगी रिलीज ’72 हूरें’
पवन मल्होत्रा और आमिर बशीर स्टारर ’72 हूरें’ गुलाब सिंह तंवर के निर्देशन में बनी है और अशोक पंडित ने इसके को-डायरेक्ट किया हैं। यह फ़िल्म 7 जुलाई, 2023 को देश भर के थिएटर में रिलीज़ की जाएगी।
ऐसी होगी फिल्म की कहानी
ये तो सभी को पता है की आतंकवाद पूरे विश्व में एक चिंता का विषय बना हुआ है उसी पर फोकस करते हुए ये कहानी बनाई गई है की कैसे लोगो का ब्रैनवॉश किया जाता है ऐसे उन्हें जिहाद के नाम पर बहकाकर आतंकवाद के रस्ते पर ले जाया जाता है, 72 हूरें एक ऐसी फिल्म है जिसमें यह दिखाने की कोशिश की गई है की कैसे ट्रेनिंग के दौरान यह विश्वास दिलाया जाता है कि मरने के बाद जन्नत नसीब होगी । इस फिल्म को दो बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संजय पूरन सिंह बना रहे हैं।
निर्देशक ने कही यह बात
निर्देशक ने बताया की कैसे ये लोग दिमाग में जेहर खोलकर आम लोगों को आत्मघाती हमलावर बना देते है,हमें ये हमेशा याद रखना चाहिए कि हमलावर कोई और नहीं होते है बल्कि हमारे जैसे परिवारों के ही सदस्य होते हैं जो आतंकवादी नेताओं के विकृत विश्वासों और ब्रेनवाशिंग के शिकार होते हैं. उन्हें विनाश के रास्ते पर ले जाते हैं.