अमित शाह के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को मध्य प्रदेश में आयोजित ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली पूछा कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म हो सकती है, उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता कैमरों के लिए डुबकी लगाने की होड़ में लगे हुए हैं। खड़गे ने कहा कि भाजपा नेता तब तक डुबकी लगाते रहते हैं जब तक कि यह कैमरे पर अच्छा न लगे, हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि यह किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों को ख़बरदार करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के झूठे वादों के जाल में मत फंसिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म हो जाती है, आपका पेट भर जाता है? खड़गे ने कहा कि वो किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठाना चाहते इसलिए अगर किसी को मेरी बात बुरी लगे तो मैं माफी मांगता हूं। कांग्रेस अध्यक्ष ने रैली में आये लोगों से पूछा कि वह उन्हें बताएं कि अगर एक बच्चा भूखा है, स्कूल नहीं जा रहा है, मजदूरों को उनका उनके अधिकार नहीं मिल रहे हैं, ऐसे समय में हजारों रुपये खर्च कर भाजपा के नेता गंगा में डुबकी लगाने की होड़ में लगे हैं। खड़गे ने कहा कि ये नेता जब तक कैमरे में सही तरह से कैद नहीं हो जाते तब तक डुबकी लगाते रहते हैं।
खड़गे ने कहा कि ऐसे लोग देश का भला नहीं कर सकते। हमारी आस्था भगवान में है – लोग हर दिन घर पर पूजा करते हैं, सभी महिलाएं पूजा करने के बाद अपने घरों से बाहर निकलती हैं, कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन हमें धर्म के नाम पर गरीबों के शोषण से दिक्कत है। बता दें कि अमित शाह ने दोपहर करीब एक बजे कुछ शीर्ष संतों के साथ डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अलग से डुबकी लगाई। गृह मंत्री ने जूनापीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंद गिरि जी महाराज और कुछ अन्य शीर्ष संतों के साथ एक तैरते हुए घाट पर एक झोपड़ी में बातचीत भी की।